Web Conference : विशेषज्ञों ने इतिहास के पन्नों से की कोरोना महामारी पर चर्चा
#Varanasi : आर्य महिला पीजी कॉलेज इतिहास विभाग ने ‘पेंडेमिक्स इन हिस्ट्री: अ थ्रोबेक’ विषयक दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय वेबिनार (ऑनलाइन संगोष्ठी) का आयोजन किया। बीएचयू के प्राचीन भारतीय इतिहास संस्कृति पुरातत्व विभाग के प्रोफेसर सीताराम दूबे ने बतौर मुख्य वक्ता ऐतिहासिक संदर्भों से #Covid_19 महामारी के विषय में प्रकाश डाला। उन्होंने हड़प्पा की सभ्यता से लेकर बुद्धकाल तक साहित्यिक एवं पुरातात्विक स्त्रोतों के आधार पर #Covid_19 महामारी की चर्चा की।
चिकित्सा विज्ञान संस्थान, काशी हिंदू विश्वविद्यालय के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. दीपक कुमार ने विशिष्ट वक्ता के रूप में #Covid_19 के विषय में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने विषाणुओं के नेचर और उसके फैलने वाले चेन के बारे में बताया। विशिष्ट वक्ता के रूप में लीडेन यूनिवर्सिटी, नीदरलैण्ड के प्रोफेसर मोहनकांत गौतम भी मौजूद रहे, जिन्होंने #Covid_19 के वैश्विक परिप्रेक्ष्य की चर्चा की। अंत में प्रश्नोत्तर सत्र में देश-विदेश से वेबिनार के माध्यम से जुड़े हुए प्रतिभागियों ने वक्ताओं से अपने प्रश्नों का समाधान जाना।
वेब कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रोफेसर वीनस जैन, डाॅ. अंशुल जायसवाल, डाॅ. विभा सिंह, डॉ. विनोद कुमार चौधरी, डॉ. नरेश सिंह, डाॅ. श्वेता सिंह, डॉ. शिवनारायण, डॉ. संदीप वर्मा, डॉ. गजानन निलामे, डाॅ. सलमा आलम, आशुतोष सिंह, धम्म रतन लामा एवं देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों तथा महाविद्यालयों से अन्य प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। स्वागत वक्तव्य प्राचार्या प्रोफेसर रचना दूबे एवं आशीर्वचन महाविद्यालय के प्रबंधक डॉ. शशिकान्त दीक्षित ने दिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अनीता सिंह, संयोजिका, अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार एवं धन्यवाद ज्ञापन इतिहास विभाग के सहायक प्रोफेसर कुलदीप शर्मा ने किया।