वेबीनार : बसंत महिला महाविद्यालय में संगीत विभाग द्वारा आयोजित हुई ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी
Varanasi : बसंत महिला महाविद्यालय के संगीत (गायन और वादन) विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित दो दिवसीय ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी “मंच कलाओं के विभिन्न सांगीतिक विधाओं की प्रवृत्ति, गुण एवं विस्तार एक अनुशीलन” विषय पर 12 जून से प्रारंभ हुआ। उद्घाटन सत्र के प्रारंभ में मुख्य वक्ता प्रोफेसर राजेश शाह थे। जो कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय में मंच कला संकाय के डीन के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने अपने व्याख्यान के अंतर्गत संगीत के विकास के क्रम से शुरू करते हुए मनुष्य के अंतर्गत निहित तीनों गुणों सत् ,रज और तम को क्रमशः सात्विक राजसिक और तामसिक प्रवृत्तियों से जोड़ कर उन पर विस्तृत रूप से चर्चा किया। घरानेदार एवं संस्थागत शिक्षण प्रणालियो का तुलनात्मक अध्ययन भी उन्होंने अपने व्याख्यान के अंतर्गत प्रस्तुत किया। इसके बाद विशिष्ट वक्ता राजेश कुमार गौतम आकाशवाणी केंद्र वाराणसी के निर्देशक उनका व्याख्यान शुरू हुआ। उन्होंने आकाशवाणी की उपयोगिता इसकी सार्थकता तथा कलाकारों के संरक्षण एवं विकास पर वृहद रूप से चर्चा किया। इसके पश्चात मुख्य अतिथि प्रोफेसर चितरंजन ज्योतिषी पूर्व कुलपति राजा मानसिंह तोमर विश्वविद्यालय ग्वालियर का ओजपूर्ण व्याख्यान प्रारंभ हुआ। परम आदरणीय प्रोफेसर चितरंजन ज्योतिषी ने मैं नाद ब्रह्म की उपासना से अपना व्याख्यान प्रारंभ किया और उन्होंने संचार के माध्यम के द्वारा संगीत की शिक्षा पर वृहद रूप से प्रकाश डाला। इसके पश्चात तकनीकी सत्र में वक्ता के रूप में काल्सटार्ड विश्वविद्यालय, स्वीडन से प्रो गुनेल होमग्रेनएवं त्रिभुवन विश्वविद्यालय काठमांडू नेपाल से प्रो ध्रुबेश चंद्र रेगमी प्रमुख थे।
देशभर के अनेक संस्थानों से विभिन्न प्रतिभागियों ने अपने शोध पत्र को ऑनलाइन माध्यम से प्रस्तुत किया। संगोष्ठी के दूसरे दिन के समापन सत्र की मुख्य अतिथि के रूप में प्रोफेसर श्रुति सुडोलकर काटकर थी जो भातखंडे विश्वविद्यालय में कुलपति के रूप में प्रतिष्ठित हैं तथा मुख्य वक्ता प्रोफेसर शारदा वेलंकर थी जो भूतपूर्व डीन, मंच एवं कला संकाय काशी हिंदू विश्वविद्यालय से संबंधित है। अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के सफलतापूर्वक समाप्ति होने पर महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफेसर अलका सिंह ने सभी गणमान्य अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया एवं संगीत विभाग को इस कार्य हेतु बधाई भी दिया संस्था के प्रबंधक एस एन दुबे ने अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की। इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के संयोजक डॉ जे एन गोस्वामी एवं डॉ बिलम्बिता बानीसुधा तथा आयोजन समिति के सदस्य डॉ संजय कुमार वर्मा तथा हनुमान प्रसाद गुप्ता ने कार्यक्रम के समाप्त होने पर सभी लोगों का आभार जताया।









15 जून से डिजिटल इनिसिएटिव फॉर हायर एजुकेशन पर सात दिवसीय ऑनलाइन कार्यशाला
वसंत महिला महाविद्यालय, महिला महाविद्यालय, आर्य महिला पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज, वसंत कन्या महाविद्यालय कमच्छा के संयुक्त तत्वावधान में सात दिवसीय “डिजिटल इनिसिएटिव फॉर हायर एजुकेशन पर कार्यशाला का आयोजन दिनांक 15 जून से 21 जून तक होने जा रहा है।इस कार्यशाला का उद्देश्य शोध छात्रों को अध्ययन हेतु डिजिटल उपयोग को बढ़ावा देना है। ऐसे छात्र जो कोविड-19 से उपजी ऑनलाइन दक्षता को हासिल कर सकने में असमर्थ हैं यह कार्यशाला उनके लिए वरदान साबित होगी। कोविड-19 से आये बदलाव ने शैक्षिक जगत की चाक और टॉक शिक्षण की पद्धति को बदला है।कार्यक्रम की संयोजक वसंत महिला महाविद्यालय,राज घाट की डॉ विभा जोशी एसोसिएट प्रोफेसर अर्थशास्त्र ने बताया कि शिक्षक और छात्र दोनों को इन चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहना होगा। इसी दिशा में यह एक प्रकार का अभिनव प्रयोग है जिसमे बी एच यू के सभी कॉलेज एक साथ एक मंच पर उपस्थित हैं। प्रत्येक दिवस कई विशेष सत्र चलेंगे। दिनांक 15 जून को इस ऑनलाइन वर्कशॉप का शुभारंभ कुलपति डॉ राकेश भटनागर करेंगे। इस अवसर पर सभी महाविद्यालयों के प्राचार्य ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि कोविड जैसी समस्या के कारण उपजी शैक्षिक गतिविधियों के लिए यह वर्कशॉप बेहतर समाधान प्रस्तुत करेगा।
