Webinar : वसंत महिला महाविद्यालय में आयोजित ऑनलाइन कार्यशाला में वक्ताओं ने रखा अपना वक्तव्य
Varanasi : वसंत महिला महाविद्यालय में ऑनलाइन कार्यशाला, अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार, राष्ट्रिय वेबिनार का निरंतर आयोजन व संयोजन हो रहा। मनोविज्ञान विभाग, अंग्रेजी विभाग, दर्शनशास्त्र विभाग में नित्य आयोजन का संयोजन हो रहा है। इसके साथ ही शिक्षा विभाग पुनः सोमवार से अंतर्राष्ट्रीय ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन करने जा रहा है। आयोजनों का क्रम रविवार को भी जारी रहा। महाविद्यालय के मनोविज्ञान तथा भारतीय काउंसलिंग साइकोलॉजी एसोसिएशन के संयुक्त प्रयास आयोजित ऑनलाइन कार्यशाला के चौथे दिन की मुख्य वक्ता डॉ पूजा आनंद (असिस्टेंट प्रोफेसर, मनोविज्ञान विभाग, दौलत राम कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय) ने “किशोरों/ नवयुवकों के लिए परामर्शन” विषय पर अपने वक्तव्य में कहा किशोरों/नव युवकों के जीवन में व्यक्तिगत पहचान बनाने, घर- तथा माता-पिता से तालमेल बनाने, आदि जैसी प्रमुख समस्या होती हैं और आजकल एक प्रमुख समस्या जिसे हम आत्महत्या कहते हैं वह भी किशोरों और युवाओं में दिखाई दे रही है। इस प्रकार आज का किशोर/युवक जीवन की विभिन्न चुनौतियों का सामना कर रहा है और ऐसी स्थिति में उसको मानसिक समस्या का अनुभव होता है। तब इस परिप्रेक्ष्य में परामर्शन का महत्व अत्यधिक बढ़ जाता है। डॉ आनंद ने अपने वक्तव्य में किशोरों और युवाओं के परामर्श का संदर्भ देते हुए “सकारात्मक मनोविज्ञान” का उल्लेख किया। अंतरराष्ट्रीय वेब कार्यशाला का संचालन डॉ आकांक्षी श्रीवास्तव ने किया। मुख्य वक्ता एवं सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और चौथे दिन के मुख्य वक्ता का संक्षिप्त परिचय देते हुए उनको “किशोरों/ नवयुवकों के लिए परामर्शन” विषय पर वक्तव्य के लिए आमंत्रित किया। विभा रुंगटा एवं रोजी शांडिल्य ने ध्यस्थता का कार्यभार संभाल कर प्रश्नों को विशेषज्ञ तक पहुंचाया और प्रतिभागियों को उसका उत्तर दिलवा कर उन्हें संतुष्ट कराया।

दर्शनशास्त्र विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम
महाविद्यालय के दर्शन विभाग द्वारा आयोजित ए जे एयर की पुस्तक “सत्य,भाषा और तर्क” विषयक सात दिवसीय कार्यशाला के तीसरे दिवस दो सत्र का आयोजन हुआ।प्रथम सत्र में तत्वमीमांसा के प्रत्याख्यान विषय पर दर्शन विभाग इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ऋषिकांत पांडेय ने प्रत्याख्यांन सिद्धान्त के विभिन्न आयामों को प्रस्तुत करते हुए तत्वमीमांसा संबंधी प्रश्नों का विश्लेषण करते हुए नैतिक तथ्यों को उनकी विश्लेषणात्मक पद्धति के आधार पर भावनात्मक श्रेणियों को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि एयर ने धर्म और तत्व मीमांसा की कसौटी को छदम स्वीकार करते हुए वैज्ञानिक अवधारणा की स्थापना करना चाहता है। लेकिन एयर ऐसा कर नहीं पाता। क्योंकि परंपरागत तत्वमीमांसा को खंडित करते हुए वह वैज्ञानिक अवधारणाओं को भी खंडित कर जाता है। द्वितीय सत्र में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर गोपाल साहू ने एयर की पुस्तक “सत्य भाषा और तर्क” के द्वितीय व तृतीय अध्याय के सन्दर्भ में एयर के सन्दर्भ में दर्शन के कार्य को भाषा का विश्लेषण बताया। कार्यक्रम का सञ्चालन, अतिथि परिचय व स्वागत डॉ अर्चना तिवारी (कार्यक्रम संयोजक) ने किया और धन्यवाद ज्ञापन डॉ नीति सिंह असिस्टेंट प्रोफेसर, बीएचयू ने किया।

अंग्रेजी विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम
महाविद्यालय के अंग्रेज़ी विभाग द्वारा दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थी वेब कॉन्फ्रेस के अंतिम दिन “नाटकीय आदान प्रदान: प्रदर्शनों मे प्रयोग” नामक विषय पर व्याख्यान हुआ। व्याख्यान मिस हेनरिटी रिटवेल्ड, फ़ुलब्राइट फ़ेलो, येल विश्वविद्यालय, यु एस ने दिया।।उन्होंने ने कहा की नाटक के द्वारा व्यवस्थित लेकिन शोषण क़रने वाली विचारो व संस्थाओ का विरोध किया जा सकता है। नाटक विरोध के स्वर को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करतीं है जो की परिवर्तन लाने मे सहायक होती है।।धन्यवाद ज्ञापन प्रियंका चक्रवर्ती ने किया। इसमें पेनल डिसक़सन भी हुआ जिसमें कस्तुरी, अग्रिमा, प्रियम, अनिशा व हर्षा इत्यादि छात्राओं ने भाग लिया।

शिक्षा विभाग द्वारा होगा अंतर्राष्ट्रीय आयोजन
महाविद्यालय के शिक्षा विभाग द्वारा सोमवार से वर्तमान परिदृश्य कोविड-१9 में ‘शिक्षण, अधिगम एवं आभासी दुनिया मनोवैज्ञानिक तथा समाजशात्रीय परिप्रेक्ष्य विषय पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन होगा। समारोह के मुख्य वक्ता शैक्षिक योजना विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. अविनाश कुमार सिंह (राष्ट्रीय शैक्षिक योजना एवं प्रशासन संस्थान, नई दिल्ली) तथा अध्यक्षीय सम्बोधन हेतु प्रो. बलराम सिंह (उन्नत विज्ञान संस्थान, डार्टमाउथ, मस्सचुसेट, यूएसए) से होंगे। तकनीकी सत्रों में देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं संस्थाओं के वक्ता इस कोविड-१9 के वर्तमान समय में शिक्षण-अधिगम एवं इस आभासी दुनिया के मनोवैज्ञानिक तथा समाजशात्रीय परिप्रेक्ष्य पर ऑनलाइन विमर्श करेंगे।
