World Environment Day : Lockdown का सदुपयोग, घर मे बना लिए आनंदवन व सदाबहार वन
काशी के हरेंद्र ने घर में लगा लिए 300 से ज्यादा पौधें
प्रदेश सरकार से निवेदन घरों का किया जाए सर्वेक्षण
Varanasi : विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर लोग बहुत से कार्य करते हैं। पौधे लगाते हैं, पर्यावरण को शुद्ध करने का प्रयास करते हैं। ऐसे में वाराणसी के विनायक कमच्छा के रहने वाले हरेंद्र उपाध्याय ने वैश्विक महामारी के दौर में 60 दिन से अधिक समय घरों में है और इस समय का सदुपयोग किया पेड़ पौधों से शुरू से इन्हें लगाव रहा है। ऐसे में इन्होंने अपने घर को ही कई वनों के हिस्सों में बांट दिया। एक हिस्से का नाम आनंदवन तो एक हिस्से का नाम सदाबहार वन तो बिहार के बक्सर जिले के चैत्र चेत्र वन भी अपने घर में ही बना लिया।
अपने घर में 300 से ज्यादा गमलों में विभिन्न प्रकार की औषधि और सामान्य पौधे लगाए हैं दिन-रात इनकी सेवा करते हैं। इनका कहना है कि पेड़ पौधे लगाने के लिए हमें बड़े स्थान की जरूरत नहीं है हम छोटे स्थान में भी पौधों को लगा सकते हैं और बहुत से पौधे ऐसे हैं जो हमें औषधि के साथ-साथ जीवनदायिनी भी हमें उन्हें भी लगाना चाहिए।
पंडित हरेंद्र ने कहा कि हम बस विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर ही पौधों से लगाओ करते हैं ऐसे में हमें उत्तर प्रदेश सरकार से यह निवेदन करना चाहूंगा कि वह हमारे नगर निगम में ऐसा नियम लाएं जिससे एक सर्वेक्षण किया गया और देखा जाए किन घरों में ज्यादा हरियाली है उन घरों को नगर निगम अपने करों में रियायत दें जिससे लोग हरियाली के तरफ आकर्षित होंगे और लोगों में भी एक उत्साह होगा और नगर निगम के पास भी एक ग्रीन हाउस का लिस्ट तैयार होगा।


