चिक्कन गुरु की याद में कुश्ती कंपटीशन : जीतने वाले पहलवानों को मिला मान-सम्मान और रुपया, 75 साल के श्रीधर मिश्र ने जोड़ी और गदा 30 बार फेरा
Varanasi : ओलंपियन लक्ष्मीकांत पांडेय उर्फ चिक्कन गुरु के स्मृति में कुश्ती कंपटीशन का आयोजन कोइरीपुर (रामेश्वर) में किया गया। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहलवानों ने अपने दांव-पेंच का प्रदर्शन किया।
दंगल में 136 पहलवानों की भागीदारी रही। महिला केशरी कशिश (डीएलडब्लू) प्रथम, वर्षा प्रतापगढ़ द्वितीय, UP कुमार में मुलायम (गाजीपुर) प्रथम, मनोज बागपत द्वितीय, UP केशरी में वीरेश कुल्लू प्रथम और आर्यन बुलंदशहर द्वितीय जगह पर रहे।
तीन केशरी पहलवानों को गदा और नगद धनराशि देकर पुरष्कृत किया गया। द्वितीय को नगद राशि से सम्मानित किया गया। UP पुरुष केशरी, UP कुमार और UP महिला केशरी को 10-10 दस हजार रुपये और द्वितीय को साढ़े सात हजार रुपये देकर पुरष्कृत किया गया। सभी द्वितीय स्थान प्राप्त किये पहलवानों को शाल, स्मृति चिन्ह, प्रमाण पत्र और नगद राशि देकर सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि के साथ पूनम मौर्य, CO बड़ागांव जगदीश कालीरमन, अखंड प्रताप सिंह, अखिलेश सिंह, रामप्रकाश दुबे, कपिल नारायण पांडेय, विनय सिंह, मधुवन, गौतम सिंह, कैलाश, केएल पथिक, घनश्याम सिंह सहित अन्य लोग मौजूद थे।

विजेता पहलवानों को अतिथियों ने अंगवस्त्रम, विजेता पट्टा, गदा और नकद देकर सम्मानित किया। पूर्व एडीजी आर्यन सिंह ने कहा कि पहलवान काशी की परंपरागत के शान रहे हैं, जिन्होंने विदेशो में परचम लहराया। चिक्कन पहलवान उसी विभूतियों में एक रहे।
कहा, आज के पहलवानों को उनके आदर्शों, भावनाओं और माटी की कीमत को समझने और अपनाने की जरूरत है। वरुणा नदी के कछार में बड़ी ऊर्जा रही है जो आज UP कशिश (डीएलडब्ल्यू) ने अपने नाम किया।

नागेंद्र सिंह रघुवंशी ने कहा कि पहलवान ओलंपियन चिक्कन गुरु के साहसिक प्रयास और मान-सम्मान को सदैव याद रखें। 75 वर्षीय श्रीधर मिश्र ने जोड़ी और गदा 30 बार फेरकर दर्शकों को अचंभित कर दिया। निर्णायक मंडल में अवध नारायण यादव, गोरखनाथ यादव सूबेदार, अशोक, मनोज, राजकुमार मिश्रा, प्रेम कुमार मिश्रा थे। संचालन रामसेवक और लालजी उर्फ झगडू़ ने किया। धन्यवाद ज्ञापित आयोजक कपिल नारायण पांडेय ने किया।