#InternationalYogaDay : शारीरिक, मानसिक ही नही आध्यात्मिक विकास का बड़ा माध्यम है योग- श्रेया सेठ
Varanasi: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर इस वर्ष कोविड-19 जैसी विषम परिस्थितियों में सामुहिक योग का विचार छोड़कर लोगों ने घरों में और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ योग किया। इस दौरान राष्ट्रीय योगासन चैम्पियन 2020 श्रेया सेठ ने काशी के भोंसले घाट पर योग का एकल अभ्यास किया। उन्होंने कहा योग न केवल शारीरिक व मानसिक बल्कि आध्यात्मिक विकास का बड़ा माध्यम है। इससे इम्यून सिस्टम बढता है और शरीर के विजातीय तत्वों का निष्कासन होता है। आज के आपाधापी वाले माहौल में लोगों को अपने लिए ज्यादा वक्त नही मिल पा रहा है। हमारा पर्यावरण भी शहरीकरण के कारण दिन प्रतिदिन दूषित होता जा रहा है जिससे न स्वच्छ हवा, न स्वच्छ भोजन, न स्वच्छ पानी मिल पा रहा है।





ऐसे में व्यक्ति कई लाईलाज बिमारियों के चपेट में आता जा रहा है। प्रततिदिन योगाभ्यास से व्यक्ति के शरीर को हर मुसीबत व रोग से लड़ने में सहयोग मिलता है और मन को तनाव व चिंता से दूर रखता है। खास बात यह है कि योग घर, आफिस या पार्क में बिना किसी संसाधन के किसी भी लिंग, जाति, धर्म, राष्ट्रीयता एवं किसी भी उम्र में किया जा सकता है। यह संपूर्ण विश्व को भारत का अमूल्य उपहार है।