#YogaAtHome : डिजिटल से जुड़कर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मनाया गया International Yoga Day
प्रधानमंत्री का संदेश कोरोना से लड़ने में भी योग मददगार
बनारस में शासनिक-प्रशासनिक अधिकारियों सहित अन्य लोगों ने किया योग
माय लाइफ माय योग वीडियो कम्प्टीशन में लोगों ने लिया हिस्सा
Varanasi : कोरोना संकट के बीच रविवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। कोरोना वायरस के चलते इस बार लोग एक स्थान पर जमा नहीं हुए और डिजिटल प्लेटफॉर्म और घर पर ही योग दिवस मनाया। घरों में रहते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए रविवार को योग किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग दिवस पर सन्देश देते हुए छठे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का ये दिन एकजुटता का दिन है। ये विश्व बंधुत्व के संदेश का दिन है। जो हमें जोड़े, साथ लाये वही तो योग है। जो दूरियों को खत्म करे, वही तो योग है। कोरोना के इस संकट के दौरान दुनिया भर के लोगों का माय लाइफ माय योग वीडियो ब्लॉगिंग कंपटीशन में हिस्सा लेना, दिखाता है कि योग के प्रति उत्साह कितना बढ़ रहा है। आप प्राणायाम को अपने डेली अभ्यास में जरूर शामिल करिए और अनुलोम-विलोम के साथ ही दूसरी प्राणायाम को भी सीखिए।
योग प्राचीन भारतीय ऋषियों की आध्यात्मिक परंपरा का प्रसाद है : सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पूरा विश्व भारत के साथ आत्मीय संवाद कर रहा है। योग प्राचीन भारतीय ऋषियों की आध्यात्मिक परंपरा का प्रसाद है। योग हमारे जीवन से जुड़े भौतिक, मानसिक, आत्मिक, आध्यात्मिक आदि सभी पहलुओं पर काम कर जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाता है। शिवावतारी महायोगी गुरु श्री गोरक्षनाथ जी ने सर्वजन हेतु योग को सुलभ बनाया।इस वर्ष ‘योग एट होम’ की संकल्पना के साथ सभी को ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ की शुभकामनाएं।
मन व शरीर को शांत करने में मदद करता है योग : राज्यमंत्री
इसी क्रम में पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में शासनिक-प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही अन्य लोगों ने भी योग किया। उत्तर प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति, धर्मार्थ कार्य एवं प्रोटोकॉल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. नीलकंठ तिवारी ने रविवार को छठें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर वाराणसी स्थित अपने आवास परिसर में योग किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि योग व्यायाम का एक प्राचीन रूप है, जो भारतीय समाज में हज़ारों साल पहले विकसित हुआ था। तकरीबन 5000 साल पुरानी इस परंपरा का तब से लगातार अभ्यास किया जा रहा है। इसमें किसी व्यक्ति को अच्छे आकार में रखने के लिए, बीमारियों और अक्षमताओं के विभिन्न रूपों से छुटकारा पाने के लिए विभिन्न प्रकार के अभ्यास शामिल हैं। यह ध्यान के लिए एक मज़बूत तरीका भी माना जाता है, जो मन और शरीर को शांत करने में मदद करता है। उन्होंने कहा कि आज दुनिया भर में योग का अभ्यास किया जा रहा है। दुनिया भर के लगभग 2 अरब लोग योगाभ्यास करते हैं। इस प्राचीन पद्धति के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है।

योग पुरातन भारतीय संस्कृति से जुड़ी हुई विद्या है : डीएम
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बनारस क्लब में आयोजित योग साधना का प्रतिनिधित्व किया और भारत सरकार व प्रदेश सरकार के प्रोटोकॉल के अनुसार 45 मिनट तक चले योग शिविर में योगासन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि योग विद्या भारत की एक बहुत पुरातन भारतीय संस्कृति से जुड़ी हुई विद्या है। कहा कि योग पहले ही से किया जाता रहा है लेकिन प्रधानमंत्री की प्रेरणा से इसे 21 जून, 2014 से अंतरर्राष्ट्रीय स्तर पर योग दिवस के रुप में मनाया जाने लगा। जिससे आज यह विद्या घर-घर में लोकप्रिय हो गई है। आज गांव-गांव, शहर-शहर में स्कूल, कालेजों के अलावा विभिन्न क्लबों के माध्यम से भी योग प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किए जाते हैं। कोरोना महामारी को देखते हुए आज यह कार्यक्रम हर जगह छोटे-छोटे समूहों में संचालित हो रहे हैं। योग विद्या के साथ यदि आयुर्वेद का समावेश कर दिया जाये तो सारी की सारी बीमारियां समूल समाप्त हो सकती हैं। बड़ों के साथ बच्चों को भी अभी से योग की आदत डालने पर जोर दिया। उन्होंने योग को आदत में शामिल करने पर जोर देते हुए उम्मीद जतायी कि आज योग दिवस पर वाराणसी जिले से यह संदेश जाना चाहिए कि यहां का प्रत्येक नागरिक योग को जरूर अपनायेगा और घर-घर योग को पहुंचाने में अपनी भूमिका अदा करेगा। योग शिविर में विक्रमादित्य मलिक आईएएस, सीएमओ, पीडी डीआरडीए, अंतरराष्ट्रीय एथलीट नीलू मिश्रा, डीडीओ सहित नेहरू युवा केन्द्र के वालेंटियर्स व अन्य लोगों ने योग शिविर में प्रतिभाग किया।
ऑनलाइन योग जागरूकता शिविर
चौबेपुर के कैथी स्थित कृष्ण सुदामा ग्रुप ऑफ़ इंस्टीटूशन्स के अंतर्गत संचालित डॉ विजय आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के तत्वाधन में विश्व योग दिवस के अवसर कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन योग जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। संस्थान के चेयरमैन डॉ विजय यादव ने लोगों को योग को योग को अपनाने का सन्देश दिया। इस अवसर पर संस्थान के सभी पदाधिकारी, शिक्षकगण एवं छात्रों ने अपने अपने घरों में रहकर योग किया और प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही योगा कंपटिशन में वीडियो क्लिप भेजकर अपनी सहभागिता दर्ज कराई। इसके साथ ही एसओएस हरमन माइनर स्कूल डुबकियां, ज्ञान दीप इंग्लिश स्कूल सिरिस्ती के छात्र-छात्राओं शिक्षक अभिभावकों द्वारा योग किया गया। मुख्य रूप से अनुज कुमार यादव, कार्तिक, सतेंद्र कुमार ने योग कर लोगों को जागरूक किया।

योग के जरिए बढ़ाएं बॉडी का इम्युनिटी पावर
“छोटी सी आशा” संस्था के बैनर तले रविवार को अंतराष्ट्रीय योग दिवस पर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ट्रेनर हर्षा नाथानी व सोनाली यादव ने सोशल मीडिया के जरिए लोगों को योग कराया। हर्षा नाथानी ने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर भारत में जिस तरह से लोग के बीच योग के प्रति जागरूक हैं उससे पूरे विश्व में भारत की शक्ति का एक संदेश जा रहा है। इसके साथ ही कोरोना काल में चक्रासन, पद्मासन, बद्ध पद्मासन, ताड़ासन, वृक्षासन और प्राणायाम आसन से बॉडी की इम्युनिटी पावर को बढ़ाया जा सकता है। जिससे कोरोना महामारी को हराया जा सकता है। योग कार्याक्रम में मुख्य रूप से संस्था की अध्यक्ष मुस्कान साहू, प्रीति जायसवाल, सरिता बरनवाल, मोनिका श्रीवास्तव, प्रियंका सिंह, सुनीता अग्रवाल, मुकेश विश्वकर्मा, दुर्गेश जायसवाल, आशीष सोनी, सुमित गुप्ता सहित अन्य लोग शामिल थें।

योग के माध्यम से अपनी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना चाहिए
डॉ सीमा श्रीवास्तव (मनोविज्ञान विभाग, विभागाध्यक्ष, एसोसिएट प्रोफेसर तथा आइक्यूएसी- कोऑर्डिनेटर, वसंत महिला महाविद्यालय), डॉ वेद प्रकाश रावत, डॉ सुभाष मीणा तथा डॉ आकांक्षी श्रीवास्तव के निर्देशन में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मनोविज्ञान की स्नातक तथा छात्राओं ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2020 के तत्वाधान में अपने परिवार तथा आसपास के लोगों को स्वास्थ्य परक जीवन जीने के लिए योग के महत्व को स्पष्ट करते हुए उन्हें जागरूक किया। सभी सभी छात्राओं ने लोगों से कहा कि आज पूरा विश्व कोरोना वायरस (कोविड-19) से बचने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास कर रहा है, तो हमें भी योग के माध्यम से अपनी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना चाहिए तथा अपनी दिनचर्या में योग को शामिल करने का प्रयास करना चाहिए और योग से संबंधित जो विभिन्न योगासन है उसे करके अपना स्वास्थ्य तथा अपनी प्रतिरोधक क्षमता दोनों को ही बढ़ाना चाहिए। डॉ वेद प्रकाश रावत ने सोशल मीडिया की सहायता का उपयोग करते हुए सभी छात्राओं को स्पष्ट किया कि भारत एक प्राचीन देश है। जिसमें ऋषि-मुनियों सभी ने योग के महत्व को स्वीकार किया है और योग करने पर अत्यधिक बल दिया है। इसलिए हमें इसे एक दिवस के रूप में ना मनाते हुए प्रतिदिन योगाभ्यास करना चाहिए। मुख्य रूप से कृष्णा व्यास, तूलिका सिंह, दीक्षा मिश्रा, आतोसी बनर्जी, श्रद्धा मिश्रा, माधवी प्रिया, पूर्णिमा रावत, श्रद्धा शर्मा, वैभवी राणा, तथा वासवी सिंह विराली प्रकाश, इत्यादि।




एनडीआरएफ ने मनाया अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस
11 एनडीआरएफ ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर वाराणसी वाहिनी परिसर और प्रदेश के अन्य जिलों में तैनात टीमों ने सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए विभिन्न आसन, प्राणायाम और ध्यानमुद्रा आदि का योगा अभ्यास किया। साथ ही कोरोना माहमारी के चलते “घर में योग” कार्यक्रम के तहत एनडीआरएफ़ के रेस्कुएर्स ने अपने-अपने घरों में परिवार के साथ भी योग कर इस दिवस को मनाया। वाहिनी परिसर में आयोजित योग कार्यक्रम में एनडीआरएफ के प्रशिक्षित रेस्क्यूअर्स द्वारा विभन्न प्रकार के प्राणायाम और आसनों की उपयोगिया को उपस्थित लोगों को समझाया और उनका अभ्यास किया गया। एनडीआरएफ की पूरे उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश में स्थित अलग-अलग टीमों ने भी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमें गोरखपुर, भोपाल और वाराणसी की टीमों ने विभिन्न प्रकार के प्राणायाम और आसनों का अभ्यास किया जिसमें एनडीआरएफ के अफसर, सबोर्डिनेट अफसर और अन्य रेस्क्यूअर्स आदि ने भाग लिया ।

