बिजली विभाग के क्लर्क के लिए आफत बने ₹ 10 हजार: एंटी करप्शन की ट्रैप टीम ने पकड़ा, नया कनेक्शन देने के एवज में मांगी थी रिश्वत
Varanasi : एंटी करप्शन की ट्रैप टीम ने बिजली विभाग के क्लर्क को रिश्वतखोरी में पड़ा है। एसडीओ ऑफिस में तैनात क्लर्क बृजेश कुमार ने एक उपभोक्ता से नए बिजली कनेक्शन के बदले 10 हजार रुपए मांगे थे। एंटी करप्शन की ट्रैप टीम ने उसके दफ्तर की तलाशी भी ली। कार्रवाई की जानकारी होने पर विभाग के अधिकारी भी ऑफिस पहुंच गए।
हालांकि, टीम क्लर्क को लेकर सारनाथ थाने पहुंची। उसके खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने रुपए और दस्तावेज सील कर आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा में केस दर्ज किया। भुलेटन चौक निवासी कुलदीप कुमार बरनवाल ने उपखंड कार्यालय लेढूपुर में नए कनेक्शन के लिए आवेदन किया था। फाइल के बाद उसने विभाग की ओर से मांगे गए दस्तावेज भी उपलब्ध कराए।
सर्वे भी कराया। इसके बाद कार्यालय पहुंचा तो एसडीओ के लिपिक बृजेश कुमार ने फाइल को आगे बढ़ाने से मना कर दिया। उसने नए कनेक्शन का एप्रूवल रिपोर्ट बनाने और फाइल को अधिकारियों तक पहुंचाने के लिए 10 हजार रुपये मांगे। बृजेश ने सरकार की ओर से कनेक्शन फ्री देने की बात भी कही लेकिन लिपिक ने एक भी नहीं सुनी। जेई ने आपत्ति हटाने और एप्रूवल के लिए लिपिक बृजेश कुमार से मिलने का निर्देश दिया।
कुलदीप बरनवाल से लिपिक ने 12717 रुपए फीस और 15 हजार रुपए रिश्वत मांगी, जिसके बाद फाइल आगे बढ़ाने की बात कही। दोनों के बीच 10 हजार रुपए में बात तय हुई। बृजेश ने 26 तारीख को रुपये लेकर 12 बजे लेढूपुर आफिस में बुलाया। उधर, पीड़ित ने एंटी करप्शन के आफिस में जाकर मामले की शिकायत दर्ज कराई और पूरा घटनाक्रम बताया। इसके बाद इंस्पेक्टर मैनेजर सिंह के नेतृत्व में इंस्पेक्टर नीरज सिंह और राकेश सिंह सहित 10 लोगों की टीम बनाई गई जो 11 बजे लेढूपुर आफिस पहुंची। कुलदीप भी कुछ देर बाद एसडीओ ऑफिस लेढूपुर पहुंचा।
लिपिक से जाकर मिला। उसने लिपिक को 10 हजार रुपये थमाएं, वहीं अंदर आए अधिकारियों ने लिपिक बृजेश कुमार को दबोच लिया। उसने भागने का प्रयास किया लेकिन हिरासत में लेकर सारनाथ थाने लगाया गया। केस दर्ज कर उसे कोर्ट पेश किया गया। उसके पास से मिले रुपए और हाथ धुलवाए गए पानी को सील कर दिया गया है।