उत्तर प्रदेश धर्म-कर्म पूर्वांचल वाराणसी 

चढ़ाया श्रद्धा का जल: सावन के पहले सोमवार को बाबा दरबार में श्रद्धालुओं का सैलाब, केसरिया रंग में रंगी काशी

Varanasi : नव्य-भव्य श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रावण मास के पहले दिन श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा। इस दौरान शाम छह बजे तक ढाई लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा के चरणों में श्रद्धा का जल चढ़ाया। मंगला आरती के बाद मंदिर का कपाट खुलने के साथ ही काशी हर हर महादेव के जयकारों से गूंज उठी। शिवभक्तों के स्वागत के लिए एक तरफ जहां रेड कॉरपेट बिछाया गया था तो वहीं दूसरी तरफ प्रशासनिक अधिकारियों ने भोले के भक्तों पर पुष्प वर्षा की। बाबा के दर्शन के लिए रविवार…

Read More
उत्तर प्रदेश धर्म-कर्म पूर्वांचल राजनीति वाराणसी 

CM Yogi ने किए बाबा विश्वनाथ के दर्शन: षोडशोपचार पूजन कर की लोककल्याण की कामना, काशी विश्वनाथ धाम अन्न सेवा वैन किया रवाना

Varanasi : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रावण मास के पहले ही दिन वाराणसी पहुंचे। सीएम व गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में आदियोगी के दर्शन किए। बाबा के गर्भगृह में जाकर षोडशोपचार पूजन कर लोककल्य़ाण की कामना की। इसके पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काशी विश्वनाथ मंदिर प्रांगण से श्री काशी विश्वनाथ धाम अन्न सेवा वैन को भी रवाना किया। मंदिर के भोजनालय में बने भोजन को यह पांच वैन हॉस्पिटलों और संस्कृत विद्यालयों में पहुंचाएगी। काशी कोतवाल के यहां भी लगाई हाजिरी सीएम योगी…

Read More
उत्तर प्रदेश धर्म-कर्म पूर्वांचल वाराणसी 

सावन में बमबम रहेगी काशी: पहले सोमवार को दर्शन करने उमड़ेंगे श्रद्धालु, इस बार की गई है ये तैयारी

Varanasi : भगवान शिव का अतिप्रिय श्रावण मास सोमवार से प्रारंभ हो रहा है। यह महादेव की आराधना का विशेष मास है। 22 जुलाई से 19 अगस्त तक श्रावण मास में पांच सोमवार पड़ रहे हैं। सावन में बाबा के जलाभिषेक के लिए बड़ी संख्या में दूर-दूर से कांवर लेकर श्रद्धालु आते हैं। योगी सरकार ने श्रावण में श्रद्धालुओं के लिए सुगम दर्शन, सुरक्षा और सुविधा का विशेष इंतज़ाम किया है। सोमवार को मैदागिन से गोदौलिया नो व्हीकल जोन रहेगा। दोनों स्थानों से वृद्ध व दिव्यांगजन को ई-रिक्शा से मंदिर…

Read More
उत्तर प्रदेश धर्म-कर्म वाराणसी 

नौकुंडीय गायत्री महायज्ञ संग समर्पण: ‘महापर्व गुरुपूर्णिमा महोत्सव’ का आयोजन, मंत्रोच्चार के बीच अग्निहोत

Varanasi : गायत्री तीर्थ शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान और गायत्री परिवार रचनात्मक ट्रस्ट बनारस के संयोजन में गायत्री शक्तिपीठ दानूपुर, गायत्री शक्तिपीठ फूलपुर, गायत्री शक्तिपीठ बड़ागांव, प्रज्ञा मण्डल चांदपुर के साथ अनेकों प्रज्ञा मण्डल, महिला मण्डल व युवा मंडलों में समर्पण, विसर्जन व विलय का महापर्व गुरु पूर्णिमा महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इसी कड़ी में गायत्री शक्तिपीठ दानूपुर, चांदमारी में जिला समन्वयक पण्डित गंगाधर उपाध्याय के संयोजन में नौकुण्डीय गायत्री महायज्ञ के साथ गुरू पूर्णिमा महोत्सव मनाया गया। डॉक्टर पूनम सिंह, सावित्री सिंह, रुचि सिंह एवं कुमारी सपना सिंह…

Read More
उत्तर प्रदेश धर्म-कर्म वाराणसी 

आदिगुरु की काशी श्रद्धा से सराबोर: गुरु पूर्णिमा पर मठों-मंदिरों में लगी कतार, अघोरियों के सर्वमान्य तीर्थस्थान पर हर-हर महादेव का गगनभेदी उद्घोष

Varanasi : गुरु-शिष्य परम्परा का पावन पर्व, गुरु पूर्णिमा यूं तो पूरे भारतवर्ष में मनाया जाता है, पर देश की सांस्कृतिक राजधानी काशी में इस पर्व का नज़ारा देखते ही बनता है। इस अति आधुनिक वैज्ञानिक युग में अति प्राचीन गुरु-शिष्य परंपरा को देखना, सुनना, समझना अदभुत लगता है। काशी भगवान शिव की नगरी है। इस शहर का कोना-कोना गुरु-पर्व पर गुलज़ार रहता है। हज़ारों मठ-मंदिरों की पनाहगाह, काशी, गुरुपूर्णिमा के अवसर पर हमें अपनी शानदार विरासत पर इतराने का एक बेहतरीन मौक़ा देती है। हालांकि, इस दिन काशी के…

Read More
धर्म-कर्म 

Kokila Vrat 2024 Date: जुलाई में कब रखा जाएगा कोकिला व्रत? नोट कर लें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व

हर साल आषाढ़ महीने की पूर्णिमा तिथि पर कोकिला व्रत किया जाता है. यह व्रत देवों के देव भगवान शिव और उनकी अर्धांगिनी माता पार्वती को समर्पित माना गया है. इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना करने से सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है और इस व्रत को रखने से अखंड सौभाग्य का वरदान प्राप्त होता है. कोकिला व्रत करने से अविवाहित महिलाओं को मनचाहा वर मिलता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, कोकिला व्रत के पुण्य प्रताप से सुख-समृद्धि का आशीर्वाद भी मिलता है. अगर आप भी मनचाहा…

Read More
धर्म-कर्म 

Ashadha Amavasya 2024: आज मनाई जा रही आषाढ़ अमावस्या, स्नान-दान और पूजा से मिलेगा पितरों का आशीर्वाद

हिंदू पंचांग के मुताबित आज यानी की 05 जुलाई 2024 को आषाढ़ अमावस्या मनाई जा रही है। आषाढ़ अमावस्या के मौके पर स्नान-दान का विशेष महत्व होता है। इस दिन भगवान श्रीहरि विष्णु और पितरों की पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि जो भी जातक इस दिन पितरों का तर्पण करते हैं, उनको पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। गरुड़ पुराण में बताया जाता है कि यदि कोई व्यक्ति अपने पितरों का तर्पण करना भूल जाता है, तो आषाढ़ अमावस्या के दिन पितृ तर्पण कर सकता है। डेट और…

Read More
धर्म-कर्म 

Gupt Navratri Kalash Sthapna 2024: गुप्त नवरात्रि पर करने जा रहे हैं कलश स्थापना? जान लें सही विधि और शुभ मुहूर्त

आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से गुप्त नवरात्रि की शुरुआत होने वाली है. गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा के अलग-अलग 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है. साल में 4 बार गुप्त नवरात्रि पड़ती हैं और हर नवरात्रि का अपना अलग महत्व होता है. यह गुप्त नवरात्रि तांत्रिक साधना करने वाले वालों के लिए सबसे खास होती है. गुप्त नवरात्रि में विधि-विधान और तंत्र मंत्र के साथ मां दुर्गा की पूजा करने से सभी प्रकार के रोग, दुख और दोष समाप्त हो जाते हैं. गुप्त नवरात्रि के…

Read More
धर्म-कर्म 

Vivah Muhurat 2024: जुलाई में गूंजेंगी शहनाईयां, जानें शादी के शुभ मुहूर्त कब-कब है?

जुलाई में फिर से शादी की शहनाईंया बजने वाली है। जुलाई में शादी के कई शुभ मुहूर्त बन रहे हैं। शुक्र उदय होने के बाद मांगलिक कार्य शुरु हो गए है। 61 दिनों के बाद मांगलिक कार्य शुरु होने जा रहे हैं। क्योंकि, इससे पहले शुक्र अस्त थे, जिस वजह से शुभ कार्य पर पाबंदी लगी थी। लेकिन 29 जून से शुक्र ग्रह के उदय होने से शादी का सीजन फिर से शुरु हो चुका है। इस साल जुलाई में शादी के कई शुभ मुहूर्त हैं। पंचांग के अनुसार जुलाई…

Read More
धर्म-कर्म 

Darsh Amavasya 2024: दर्श अमावस्या पर पितरों को कैसे दिलाएं शांति, क्या है पूजा का विधान?

दर्श अमावस्या को श्राद्ध अमावस्या भी के रूप में भी जाना जाता है. दर्श अमावस्या वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की पंद्रहवीं तिथि पर मनाई जाती है. पंचांग के अनुसार इस बार दर्श अमावस्या 5 जुलाई 2024 को मनाई जाएगी. इस दिन पितृ पूजन, पितृ तर्पण और दान करना बहुत ही पुण्य फलदायी माना जाता है. पितरों की शांति के लिए ऐसे करें पूजादर्श अमावस्या के दिन पितरों का ध्यान करते हुए पीपल के पेड़ पर कच्ची लस्सी, गंगाजल, काले तिल, चीनी, चावल, जल और फूल अर्पित करें और ‘ॐ…

Read More

You cannot copy content of this page