सहायता ने अनचाहे संकट का रूप लिया: ट्रक ड्राइवर की मदद ने उसे चिंता में डाला, Police तक पहुंच गई शिकायत
वाराणसी: मंडुआडीह के एफसीआई गोदाम में काम करने वाले ट्रक ड्राइवर शुभम यादव के लिए गुरुवार की दोपहर एक सामान्य सहायता ने एक अनचाहे संकट का रूप ले लिया। शुभम ने अपने दोस्त सुभाष सोनकर की एक छोटी सी मदद के रूप में अपनी बाइक दी, लेकिन इस मदद की कीमत ने उसे गहरे चिंता में डाल दिया।
दोस्त की मदद बनी सिरदर्द
घटना की शुरुआत तब हुई जब सुभाष सोनकर ने शुभम से पावर हाउस के पास जाने के लिए उसकी बाइक मांग ली। शुभम ने तुरंत सुभाष को बाइक दे दी। परंतु, जो सरल मदद शुभम ने अपने दोस्त के लिए की थी, वह जल्द ही एक गंभीर समस्या में बदल गई।
बाइक गायब होना और चिंता का इजहार
बाइक देने के बाद, शुभम को सुभाष से संपर्क नहीं हुआ और बाइक का कोई सुराग भी नहीं मिला। शुभम की चिंता उस समय और बढ़ गई जब सुभाष का फोन भी बंद हो गया। इस स्थिति ने शुभम को दुविधा में डाल दिया और उसने पुलिस को सूचित करने का फैसला किया।
मंडुआडीह थाने में पड़ी तहरीर
शुभम ने मंडुआडीह थाने पहुंचकर तहरीर दी, जिसमें उसने बताया कि सुभाष के बाइक ले जाने के बाद से उससे संपर्क नहीं हो पा रहा है। शुभम की तहरीर के आधार पर पुलिस ने तुरंत मामले की जांच शुरू कर दी।
पुलिस की तत्परता और कार्रवाई
मंडुआडीह पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई की। पुलिस ने बाइक की तलाश के लिए विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की और सुभाष से संपर्क स्थापित करने की कोशिश की।
पुलिस का कहना है कि इस गुमशुदगी के मामले में किसी भी संभावित कारण की जांच की जा रही है और वे जल्द ही इस रहस्यमय घटना का समाधान निकालेंगे।