नगर निगम की बैठक में नमो घाट नाम को मिली स्वीकृति: जल निकासी सहित अन्य मुद्दों पर हुए अहम निर्णय
वाराणसी: नगर निगम कार्यकारिणी की एक महत्वपूर्ण बैठक सोमवार को महापौर अशोक कुमार तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में नगर निगम से जुड़े कई प्रस्तावों पर चर्चा और निर्णय लिए गए। इस दौरान ‘नमो घाट’ का नाम नगर निगम के अभिलेखों में दर्ज किया गया और कार्यकारिणी समिति ने इसे सर्वसम्मति से मंजूरी दी।
बीएलडब्ल्यू परिसर के पीछे नए वार्डों में जल निकासी की समस्या पर चर्चा
बैठक में बीएलडब्ल्यू क्षेत्र के पीछे चांदमारी, मढ़ौली, मंडुआडीह सहित नवविस्तारित वार्डों में जल निकासी की समस्याओं को लेकर एक प्रस्ताव भी रखा गया। इन क्षेत्रों में पानी की उचित निकासी की व्यवस्था के लिए यह प्रस्ताव कार्यकारिणी द्वारा पारित कर दिया गया। इसके बाद जल्द ही इन क्षेत्रों में जल निकासी की व्यवस्था की जाएगी।
नगर निगम के आवासों की स्थिति पर भी हुआ विचार
नगर निगम के राजस्व विभाग ने कार्यकारिणी को बताया कि निगम के कुल 243 आवासों में से केवल 55 आवास नगर निगम कर्मियों को आवंटित हैं। 66 आवासों में सेवानिवृत्त, स्थानांतरित, या मृत कर्मचारियों के परिवार रह रहे हैं, 85 आवास आम नागरिकों को आवंटित किए गए हैं, जबकि 37 आवासों में अवैध रूप से लोग निवास कर रहे हैं। कार्यकारिणी ने निर्णय लिया कि आवासों के अनुबंध की अवधि समाप्त हो जाने के बाद सभी आवंटियों को नोटिस जारी किया जाए, और किराया बाजार दर व डीएम सर्किल रेट के आधार पर निर्धारित किया जाए।
‘नमो घाट’ का नामकरण प्रस्ताव पर मंजूरी
इस बैठक में उपसभापति नरसिंह दास ने आदिकेशवघाट और राजघाट के बीच बने नए घाट का नाम ‘नमो घाट’ करने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया, जिसे महापौर और सभी कार्यकारिणी सदस्यों ने सर्वसम्मति से मंजूरी दी। नगर आयुक्त अक्षत वर्मा को इस प्रस्ताव पर आगे की कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
अन्य अधिकारियों की उपस्थिति
बैठक में नगर आयुक्त अक्षत वर्मा, अपर नगर आयुक्त राजीव कुमार राय, संयुक्त नगर आयुक्त कृष्ण चंद्र, मुख्य अभियंता मोईनुद्दीन, महाप्रबंधक जलकल अनूप सिंह सहित कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी और कार्यकारिणी सदस्य उपस्थित रहे।
इस बैठक में लिए गए निर्णयों से वाराणसी नगर निगम क्षेत्र में विकास के नए आयाम स्थापित होंगे और नगरवासियों की समस्याओं के समाधान के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।