युवक ने नदी में लगाई छलांग: बनारस के इन दो थाना क्षेत्रों की सरहद पर घटना, NDRF की कड़ी मशक्कत के बाद भी नहीं मिली डेड बॉडी
Omprakesh Chaudhari
Varanasi : एक घटना को लेकर घटनास्थल पर तरह-तरह की चर्चाएं हैं। जितने मुंह उतने तरीके की बात कही जा रही है। एक युवक ने नदी में छलांग लगाकर खुदकुशी कर ली। जानकारी पर एनडीआरएफ और इलाकाई थाने की पुलिस पहुंची।
डेड बॉडी की तलाश शुरू की गई लेकिन एनडीआरएफ की टीम को सफलता नहीं मिली। बाढ़ की वजह से सर्च ऑपरेशन पर असर पड़ा। नदी में छलांग लगाने वाले युवक के पैर का जूता घटनास्थल पर मिला है।
दरअसल, सारनाथ और जैतपुरा थाने के बॉर्डर स्थित नक्खिघाट पुल से मंगलवार की देर रात अक्षय कुमार विश्वकर्मा उर्फ सोनू (34) निवासी पांडेपुर, नई बस्ती ने वरुणा में छलांग लगा दिया था। वह मूल रूप से चंदौली के टडिया गांव का रहने वाला था। रिश्तेदार संतोष विश्वकर्मा की सूचना पर पहुंची सारनाथ पुलिस काफी देर तक खोजबीनकर कर गोताखोरों के अभाव में वापस लौट गई।
अक्षय विश्वकर्मा दो भाइयों में बड़ा था। पत्नी का नाम पूजा शर्मा है। उसे दो बच्चे हैं। अक्षय के छोटे भाई अभय विश्वकर्मा उर्फ मोनू ने बताया कि मेरे बड़े भाई की पांडेपुर में अभय टेलीकॉम के नाम से दुकान थी। दुकान न चलने पर वह 2018 में मुंबई चले गए। इसी वर्ष 25 मार्च को मुंबई से वाराणसी आ गए। बिजनेस न चलने के कारण आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे।
अक्षय के रिश्तेदार संतोष का कहना था कि उसकी माली हालत ठीक न होने से वह बार-बार आत्महत्या करने की बात कह रहा था। मंगलवार की शाम को नक्खिघाट हमें बुलाया। अपनी घड़ी और मोबाइल हमें देकर पेशाब करने के बहाने कुछ दूर जाने के बाद दौड़कर वरूणा में कूद गया।
घटनास्थल पहुंचे क्षेत्रीय लेखपाल पवन कुमार अक्षय विश्वकर्मा ने परिजनों व क्षेत्रीय लोगों से घटना के संबंध में जानकारी इकट्ठा की। एडीएम के निर्देश पर एनडीआरफ के टीम कमांडर अभय सिंह बुधवार को अपने टीम के साथ करीब 10.15 बजे नक्खिघाट पुल पर पहुंचे। वरुणा में डेड बॉडी खोजना शुरू किया। मौके पर पहुंचे पुराना पुल चौकी इंचार्ज धीरेंद्र तिवारी ने भी तफतिश करना चालू किया।
एनडीआरएफ के टीम कमांडर अभय सिंह ने बताया कि नदी में सर्च ऑपरेशन के दौरान एक पैर का जूता मिला है। शाम लगभग 4.50 बजे तक कड़ी मशक्कत के बाद भी डेड बॉडी न मिलने पर टीम वापस लौटाना पड़ा।
वहीं, क्षेत्रीय लोगों में नदी किनारे एक पैर का जूता मिलना, एनडीआरएफ द्वारा लगभग सात घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद भी डेड बॉडी न मिलने पर अक्षय के कर्ज में डूबे होने सहित अन्य चर्चाएं हैं।