नवरात्र के दौरान इन चीजों का दान करने से बचें: जानिए धर्म-संस्कृति के अनुसार निषेध दान सामग्री
वाराणसी: नवरात्रि का पावन पर्व, जो देवी दुर्गा की उपासना और साधना का समय है, धर्म और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से विशेष महत्व रखता है। इस समय में दान-पुण्य का अत्यधिक महत्व बताया गया है, लेकिन शास्त्रों और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कुछ वस्तुएं ऐसी हैं जिनका दान करना निषेध माना गया है। इनका दान करने से जीवन में बाधाएँ, दुर्भाग्य और नकारात्मक ऊर्जा का सामना करना पड़ सकता है।
आइए जानते हैं नवरात्रि के दौरान किन चीजों का दान करना वर्जित है
1. सफेद वस्त्र
सफेद वस्त्र का दान करने से बचना चाहिए, क्योंकि इसे शोक और असत्य के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। नवरात्र में देवी दुर्गा की पूजा शक्ति और उत्सव का प्रतीक है, इसलिए शुभ रंगों के वस्त्र दान करना अधिक उपयुक्त माना जाता है।
2. काले रंग की वस्तुएं
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार काला रंग नकारात्मक ऊर्जा और अशुभता का प्रतीक होता है। नवरात्रि के दौरान काले रंग के वस्त्र, जूते, छाता या अन्य कोई काली वस्तु दान करना शुभ नहीं माना जाता।
3. तेल
तेल का दान विशेषकर नवरात्र में वर्जित है। यह माना जाता है कि तेल का संबंध शनिदेव से है और नवरात्रि के दौरान शनिदेव से संबंधित किसी भी वस्तु का दान शुभ नहीं माना जाता, क्योंकि यह देवी दुर्गा की उपासना से विरोधाभासी माना जाता है।
4. चमड़े से बनी वस्तुएं
नवरात्रि में चमड़े से बनी वस्तुओं जैसे जूते, बेल्ट या अन्य चीजों का दान वर्जित है। यह धार्मिक रूप से अशुद्ध मानी जाती हैं और देवी की कृपा प्राप्ति में बाधा उत्पन्न कर सकती हैं।
5. नशीले पदार्थ
नवरात्रि जैसे पवित्र समय में किसी भी प्रकार के नशीले पदार्थ जैसे तंबाकू, शराब या इससे संबंधित कोई भी वस्तु का सेवन और दान दोनों ही अशुभ माने जाते हैं। देवी की उपासना में शुद्धता और सात्विकता का विशेष ध्यान रखा जाता है।
6. पुरानी और टूटी-फूटी चीजें
पुरानी, टूटी या खराब हालत में पड़ी चीजें जैसे फटे वस्त्र, टूटे बर्तन, खराब इलेक्ट्रॉनिक्स आदि का दान करना नवरात्रि के दौरान अशुभ माना जाता है। इनका दान जीवन में नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
7. नमक और लोहे की चीजें
नवरात्रि में नमक और लोहे की वस्तुएं दान करने से भी बचना चाहिए। इन चीजों का दान जीवन में कठिनाइयों और कष्टों को आमंत्रित कर सकता है।
ध्यान रखने योग्य बातें
नवरात्रि के समय दान-पुण्य करना बेहद पुण्यदायी माना जाता है, लेकिन केवल उन्हीं चीजों का दान करें जो शुभता और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक हों। स्वच्छ, सात्विक और जरूरी वस्त्र, भोजन, अनाज, मिठाई आदि का दान देवी को प्रसन्न करने का श्रेष्ठ मार्ग है।
नवरात्रि के इन नौ दिनों में देवी की कृपा पाने के लिए सही वस्तुओं का दान करें और इन निषेध वस्तुओं से दूर रहें, जिससे आपके जीवन में सुख-समृद्धि का वास बना रहे।