CM Yogi का वाराणसी दौरा: गुणवत्ता और सुरक्षा के प्रति सख्त दिशा-निर्देश, विकास परियोजनाओं पर गहरी नजर
वाराणसी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को वाराणसी के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे, जहां उन्होंने विकास परियोजनाओं और कानून व्यवस्था की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक में शहरी विकास और सुरक्षा के मानकों पर जोर दिया और किसी भी स्तर पर शिथिलता को बर्दाश्त न करने की चेतावनी दी।
मुख्यमंत्री ने कचहरी-आशापुर संदहा मार्ग के चौड़ीकरण, सारनाथ प्रो-पूअर परियोजना, और सारंग नाथ महादेव मंदिर के पुनर्विकास का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि निर्माण कार्यों में गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों का पूरा ध्यान रखा जाए और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सारंग नाथ महादेव मंदिर के दर्शन के बाद, मुख्यमंत्री ने जेपी मेहता इंटर कॉलेज में बाढ़ पीड़ितों के लिए बनाए गए राहत शिविर का औचक निरीक्षण किया। राहत शिविर में रह रहे लोगों को आवश्यक सामग्री और खाद्य सामग्री प्रदान की गई, और बच्चों को टॉफियां बांटी गईं।
मुख्यमंत्री ने जिले की समस्याओं के समाधान के लिए स्थलीय उपायों पर जोर दिया और अधिकारियों को निर्देशित किया कि स्थानीय समस्याओं का समाधान जिला स्तर पर ही किया जाए। उन्होंने नगर निगम की स्वच्छता, सेनिटेशन, और प्लास्टिक मुक्त शहर की योजनाओं को भी प्राथमिकता दी।
मुख्यमंत्री ने ‘उपवन योजना’ की शुरुआत की, जिसमें कंचनपुर और सारंग तालाब के पास 148 पौधे लगाए जाएंगे। इस योजना का उद्देश्य शहर की हरियाली को बढ़ाना और वायु प्रदूषण को कम करना है।
योगी आदित्यनाथ ने महिला सुरक्षा के दृष्टिगत मिशन शक्ति कार्यक्रम के तहत महिला पुलिस अधिकारियों की तैनाती और पुलिस बीट पर महिला सिपाहियों की नियुक्ति की भी बात की। उन्होंने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों पर अव्यवस्थित जाम को रोकने के लिए स्ट्रीट वेंडरों के लिए शेड बनाने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने वाराणसी के विकास के लिए व्यापक योजना बनाई है, जिसमें विशेष रूप से वरुणा रिवर फ्रंट और अन्य नदी परियोजनाओं को मॉडल के रूप में विकसित करने पर जोर दिया गया है। इसके साथ ही, शहर में सुरक्षित यातायात व्यवस्था, पार्किंग की समस्या, और जलवायु संरक्षण पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है।
इस दौरे के दौरान, मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागीय योजनाओं और नवाचारों की समीक्षा की और अधिकारियों को समय पर और प्रभावी ढंग से कार्य करने के निर्देश दिए।