दर्शन करके बढ़ाएं ऊर्जा: सच्चे मन से जाने मात्र से तुरंत मिलेगी मानसिक शांति, Varanasi के इन 10 मंदिरों के विषय में जानते हैं?
Varanasi के सबसे पुराने और आध्यात्मिक ऊर्जा वाले मंदिरों में से एक काशी विश्वनाथ मंदिर है, जो भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर वाराणसी के मध्य में स्थित है और हिंदू धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक माना जाता है।
कहा जाता है कि काशी विश्वनाथ मंदिर का इतिहास लगभग 3500 वर्ष पुराना है, और ऐसा माना जाता है कि यह मंदिर भगवान शिव के ज्योतिर्लिंगों में से एक है। मंदिर को कई बार नष्ट किया गया और पुनः निर्मित किया गया, लेकिन इसकी आध्यात्मिक ऊर्जा और महत्व बना हुआ है।
यह मंदिर हिंदू धर्म के लोगों के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल है और दुनिया भर से श्रद्धालु यहां आते हैं। इसके अलावा वाराणसी में कई प्राचीन और पवित्र मंदिर हैं, यहां 10 प्रमुख मंदिरों की जानकारी है। यह मंदिर वाराणसी के प्रमुख तीर्थ स्थल हैं और दुनिया भर से श्रद्धालु यहां आते हैं।
काशी विश्वनाथ मंदिर: भगवान शिव को समर्पित, यह मंदिर लगभग 3500 वर्ष पुराना है और हिंदू धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक है।
काल भैरव मंदिर: भगवान शिव के उग्र रूप काल भैरव को समर्पित, यह मंदिर 17वीं शताब्दी में निर्मित हुआ था।
अन्नपूर्णा मंदिर: माता अन्नपूर्णा को समर्पित, यह मंदिर 18वीं शताब्दी में निर्मित हुआ था और यहां भक्तों को निशुल्क भोजन प्रदान किया जाता है।
विशालाक्षी मंदिर: देवी विशालाक्षी को समर्पित यह मंदिर लगभग 2000 वर्ष पुराना है और यहां देवी की पूजा की जाती है।
संकट मोचन मंदिर: भगवान हनुमान को समर्पित, यह मंदिर 19वीं शताब्दी में निर्मित हुआ था और यहां भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
तुलसी मानस मंदिर: भगवान राम को समर्पित, यह मंदिर 20वीं शताब्दी में निर्मित हुआ था और यहां रामचरितमानस की पूजा की जाती है।
दुर्गा मंदिर: मां दुर्गा को समर्पित, यह मंदिर 18वीं शताब्दी में निर्मित हुआ था और यहां देवी की पूजा की जाती है।
बिंदु माधव मंदिर: भगवान विष्णु को समर्पित, यह मंदिर लगभग 1500 वर्ष पुराना है और यहां भगवान की पूजा की जाती है।
मृत्युंजय मंदिर: भगवान शिव को समर्पित, यह मंदिर लगभग 500 वर्ष पुराना है और यहां भगवान की पूजा की जाती है।
सारनाथ मंदिर: भगवान बुद्ध को समर्पित, यह मंदिर लगभग 2500 वर्ष पुराना है और यहां भगवान बुद्ध की पूजा की जाती है।
नोट- इन मंदिरों के प्राचीनता को लेकर जो जानकारी मिली है उसके आधार पर यह रिपोर्ट है। रिपोर्ट में प्राचीनता को लेकर दी गई जानकारी अपूर्ण हो सकती है।