गुस्से की कीमत: अधिक गुस्सा करने वाले लोगों को स्वास्थ्य संबंधी जोखिम, इन बीमारियों के होने का खतरा
वाराणसी: गुस्सा एक सामान्य मानव भावना है, लेकिन जब यह अनियंत्रित हो जाता है, तो यह व्यक्ति के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है। कई अध्ययनों से यह सिद्ध हुआ है कि अधिक गुस्सा करने वाले लोगों को विभिन्न प्रकार की बीमारियों का खतरा रहता है। आइए जानते हैं कि गुस्से का हमारे स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ता है।
1. हृदय रोग
अत्यधिक गुस्सा हृदय के लिए हानिकारक हो सकता है। गुस्से के दौरान हृदय की धड़कन तेज हो जाती है और रक्तचाप बढ़ जाता है। लंबे समय तक ऐसे हालात रहने से हृदय रोग, हृदयाघात और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
2. उच्च रक्तचाप
गुस्सा करने से रक्तचाप में तेजी से वृद्धि होती है। उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है, जिसमें दिल की बीमारी और किडनी की समस्या शामिल हैं। लगातार गुस्सा करने वाले व्यक्तियों को इस समस्या का अधिक सामना करना पड़ता है।
3. मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं
गुस्सा व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता है। यह चिंता, अवसाद, और तनाव को बढ़ा सकता है। गुस्से के कारण व्यक्ति के मन में नकारात्मक विचार और भावनाएं उत्पन्न होती हैं, जो मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती हैं।
4. डायबिटीज का खतरा
गुस्से के कारण शरीर में तनाव हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जो इंसुलिन के स्तर को प्रभावित कर सकता है। इससे टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। गुस्सा करने वाले लोगों में रक्त शर्करा के स्तर में उतार-चढ़ाव अधिक होता है।
5. पाचन संबंधी समस्याएं
गुस्सा व्यक्ति के पाचन तंत्र को भी प्रभावित कर सकता है। तनाव और गुस्से के कारण पाचन में बाधा आ सकती है, जिससे एसिडिटी, अपच, और इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (IBS) जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
6. अन्य शारीरिक बीमारियां
गुस्से के कारण व्यक्ति को विभिन्न अन्य शारीरिक बीमारियों का सामना भी करना पड़ सकता है, जैसे कि सिरदर्द, मांसपेशियों में तनाव, और नींद की समस्याएं। लगातार गुस्सा करने से शरीर में सूजन और दर्द भी बढ़ सकता है।
दृष्टिकोण
गुस्सा एक स्वाभाविक भावना है, लेकिन इसे नियंत्रित करना महत्वपूर्ण है। अधिक गुस्सा करने वाले लोगों को विभिन्न शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए, तनाव और गुस्से को प्रबंधित करने के लिए ध्यान, योग, और अन्य मानसिक स्वास्थ्य उपायों को अपनाना जरूरी है। सकारात्मक दृष्टिकोण और भावनाओं के प्रबंधन के जरिए हम अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।