इतिहास की नजर से 16 सितंबर: भारत और विश्व के ऐतिहासिक पन्ने, प्रसिद्ध व्यक्तियों के जन्मदिन
नई दिल्ली: 16 सितंबर का दिन भारतीय और वैश्विक इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी रहा है। इस दिन ने न सिर्फ दुनिया की सियासी और सामाजिक तख्तियों को बदला, बल्कि विज्ञान, साहित्य और कला के क्षेत्र में भी अमूल्य योगदान दिए। आइए एक नजर डालते हैं 16 सितंबर के प्रमुख ऐतिहासिक घटनाओं पर:
भारत में 16 सितंबर की प्रमुख घटनाएं:
- 1932: महात्मा गांधी और डॉ. भीमराव अंबेडकर के बीच पूना पैक्ट के तहत अलग निर्वाचन क्षेत्र पर विवाद शुरू हुआ।
- 1975: सिक्किम भारत का 22वां राज्य बना। इस दिन सिक्किम को औपचारिक रूप से भारत में विलय किया गया।
- 1993: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने INSAT-2B को सफलतापूर्वक लॉन्च किया।
- 2009: भारत के पहले चंद्रयान-1 मिशन के तहत चांद पर पानी की खोज की गई, जिससे भारत ने अंतरिक्ष विज्ञान में बड़ी उपलब्धि हासिल की।
विश्व स्तर पर 16 सितंबर की प्रमुख घटनाएं:
- 1810: मैक्सिको ने स्पेन से अपनी आजादी की लड़ाई शुरू की।
- 1908: जनरल मोटर्स की स्थापना हुई, जो बाद में दुनिया की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनियों में से एक बनी।
- 1978: ईरान में भूकंप ने तबाही मचाई, जिसमें करीब 25,000 लोगों की जान गई।
- 1987: मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किए गए, जो ओजोन परत की रक्षा के लिए ऐतिहासिक समझौता था।
16 सितंबर को जन्मे प्रमुख व्यक्तित्व:
भारत में:
- एम. एम. कीरावानी (1961): भारतीय फिल्म संगीतकार और गायक, जिन्हें RRR के ‘नाटू-नाटू’ गाने के लिए ऑस्कर मिला।
- सुरेंद्रनाथ बनर्जी (1848): भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नेता और राष्ट्रीय कांग्रेस के संस्थापक सदस्यों में से एक।
दुनिया में:
- बी. बी. किंग (1925): ब्लूज़ संगीत के बेताज बादशाह, अमेरिकी गिटारवादक और गायक।
- डेविड कपर्फील्ड (1956): विश्व प्रसिद्ध अमेरिकी जादूगर और इल्यूजनिस्ट।
संयुक्त राष्ट्र दिवस
इस दिन को संयुक्त राष्ट्र द्वारा “ओजोन परत संरक्षण दिवस” के रूप में मनाया जाता है, जो 1987 में मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर की याद दिलाता है। इसका उद्देश्य ओजोन परत की रक्षा और पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूकता फैलाना है।
निष्कर्ष
16 सितंबर का दिन इतिहास में बेहद खास स्थान रखता है, जिसमें आजादी की लड़ाई, वैज्ञानिक खोजें, और अद्वितीय प्रतिभाओं का योगदान शामिल है। इस दिन को याद करते हुए हमें हमारे पूर्वजों की उपलब्धियों और दुनिया को बेहतर बनाने के उनके प्रयासों पर गर्व होता है।