काशी में देव दीपावली: घाटों पर जगमगाएंगे 17 लाख दीप, कुछ ऐसा होगा गंगा तीरे का नजारा, खुद को वाहवाही करने से नहीं रोक पाएंगे
वाराणसी: काशी के घाटों पर इस शुक्रवार को देव दीपावली का भव्य उत्सव मनाया जाएगा, जहां गंगा के तट पर 17 लाख दीपों से काशी का हर कोना रौशन होगा। इस अवसर पर, गंगा में उतरती आस्था की सीढ़ियों पर सनातन की ज्योति से पूरा विश्व दीप्तिमान होगा। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ काशी के नमो घाट का उद्घाटन करेंगे, साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य अतिथि देव दीपावली की शुरुआत करेंगे।
उपराष्ट्रपति और मुख्यमंत्री करेंगे उद्घाटन, दीप जलाकर शुभारंभ
इस खास मौके पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी काशी में रहेंगे। वे नमो घाट पर दीप जलाकर देव दीपावली का शुभारंभ करेंगे। इस दौरान घाटों और देवालयों में 17 लाख दीप जलाए जाएंगे, जिसमें 3 लाख दीप गाय के गोबर से बने होंगे।
सुरक्षा और सजावट के पुख्ता इंतजाम
वाराणसी को सुरक्षा के दृष्टिकोण से नो फ्लाई जोन घोषित किया गया है। पुलिस और जल पुलिस ने भी पुख्ता सुरक्षा इंतजाम किए हैं। घाटों पर वाच टावर से निगरानी रखी जाएगी, और चिकित्सा टीम को भी अलर्ट रखा गया है। पर्यटकों के लिए जीवन रक्षक उपकरणों का भी ध्यान रखा गया है। साथ ही, गंगा में फ्लोटिंग डिवाइडर से अलग-अलग लेन बनाए गए हैं।
3D प्रोजेक्शन मैपिंग और ग्रीन क्रैकर्स लेजर शो
योगी सरकार काशी के चेत सिंह घाट पर 3डी प्रोजेक्शन मैपिंग और लेजर शो का आयोजन कर रही है। घाटों के किनारे गंगा के पौराणिक इतिहास को जीवंत रूप में दर्शाया जाएगा। पर्यटक गंगा पार रेत पर शिव के भजनों के साथ ग्रीन क्रैकर्स लेजर शो का आनंद ले सकेंगे।
महाआरती और भगीरथ शौर्य सम्मान
दशाश्वमेध घाट पर देव दीपावली के दिन भव्य महाआरती आयोजित की जाएगी, जिसमें कारगिल युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। इस अवसर पर, भारत के वीर शहीदों को “भगीरथ शौर्य सम्मान” से सम्मानित किया जाएगा। 21 अर्चक और 42 देव कन्याएं इस महाआरती में भाग लेंगी। शंख नाद और डमरुओं की ध्वनि से घाट गूंजेंगे, और गंगा सफाई और निर्मलीकरण का संदेश भी दिया जाएगा।
बाबा विश्वनाथ के दरबार में विशेष पूजा और सजावट
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में भी देव दीपावली के अवसर पर विशेष पूजा होगी और बाबा के दरबार को फूलों और लाइटिंग से सजाया जाएगा। यहां पूरे धाम में दीप जलाए जाएंगे। ललिता घाट गंगा द्वार को भी दीपों से सजाया जाएगा।
इस दिव्य और भव्य आयोजन में देश-विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटकों के आने की उम्मीद है। काशी के सभी घाटों पर इस ऐतिहासिक पर्व का अनोखा दृश्य देखने को मिलेगा।