धर्म-कर्म पूर्वांचल वाराणसी 

‘बाबा कीनाराम स्थल, क्रीं-कुण्ड’: मनाया गया श्रीसर्वेश्वरी समूह का 64वां स्थापना दिवस

वाराणसी: रविन्द्रपुरी स्थित विश्वविख्यात अघोरपीठ ‘बाबा कीनाराम स्थल, क्रीं-कुण्ड’ में समाजिक संस्था ‘श्री सर्वेश्वरी समूह’ का 64वां स्थापना दिवस धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। यह अघोर परंपरा का प्रमुख केंद्र है, जहां पीठाधीश्वर अघोराचार्य महाराजश्री बाबा सिद्धार्थ गौतम राम जी के मार्गदर्शन में श्रद्धालुओं ने पूरे दिन विभिन्न धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों में भाग लिया।

आश्रम में आरती और प्रभातफेरी: सुबह आश्रम परिसर की साफ-सफाई और आरती-पूजन के बाद, भक्तों ने ‘श्री सर्वेश्वरी ध्वज’ लेकर शहर में भव्य प्रभातफेरी निकाली। इस प्रभातफेरी में श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता था। फेरी के समापन पर आश्रम परिसर में स्थित अघोरेश्वर महाप्रभु की प्रतिमा के समक्ष ध्वजारोहण किया गया, जिसे वाराणसी के प्रख्यात विद्वान श्री श्याम नारायण पाण्डेय ने संपन्न किया।

ध्वज आरती और ‘सफल योनि’ का पाठ: ध्वज की आरती-पूजन के बाद, मानव कल्याण हेतु प्रसिद्ध ग्रंथ ‘सफल योनि’ का पाठ किया गया, जिसे सभी भक्तों ने श्रद्धा और ध्यानपूर्वक सुना। इस पाठ ने भक्तों को आध्यात्मिक और सामाजिक जीवन में गहराई से सोचने पर प्रेरित किया।

भंडारा और विचार गोष्ठी: इसके बाद प्रसाद वितरण और भंडारा का आयोजन किया गया, जो देर शाम तक चला। भंडारे में सैकड़ों भक्तों ने भोजन ग्रहण किया। संध्या के समय एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें वक्ताओं ने ‘श्री सर्वेश्वरी समूह’ की स्थापना और उसके मानव कल्याणकारी कार्यों पर प्रकाश डाला।

‘श्री सर्वेश्वरी समूह’ की स्थापना और उद्देश्य: मीडिया प्रभारी संजय सिंह ने बताया कि यह संस्था 21 सितंबर 1961 को अघोरेश्वर महाप्रभु बाबा अवधूत भगवान राम जी द्वारा मानव कल्याण हेतु 19 सूत्रीय कार्यक्रम के साथ स्थापित की गई थी। तब से लेकर आज तक, ‘श्री सर्वेश्वरी समूह’ ने समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान दिया है।

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