देर रात तक जागने वालों का हाल: उजाले में उल्लू, रात में रॉकेट, कहीं किसी दिन ऐसा न हो जाए!
व्यंग्य
कहते हैं कि दिन में सोने और रात में जागने वाले लोग खास होते हैं। और क्यों न हों, आखिर जो लोग पूरी दुनिया को सोते हुए देख सकते हैं, वे साधारण कैसे हो सकते हैं! ये वो महान आत्माएं हैं, जो रात के अंधेरे में अपने लिविंग रूम को युद्ध क्षेत्र बनाकर किसी चाय के प्याले के साथ दुनिया को जीतने की रणनीति बनाते हैं- हालांकि सुबह होते-होते सारी रणनीति भूल जाते हैं।
जब बाकी लोग अपने तकिए पर सिर रखकर खर्राटों की जुगलबंदी में मशगूल होते हैं, तब ये रात के रखवाले अपने लैपटॉप पर “पांचवीं बार ब्राउज़र रिफ्रेश करके” सोचते हैं कि शायद इंटरनेट की दुनिया ने कुछ नया खोज लिया हो। सोशल मीडिया पर ये वह जांबाज हैं जो हर मीम और पोस्ट पर सबसे पहले ‘लाइक’ ठोकते हैं। अगर दुनिया में कोई ऐसा पदक होता कि किसने रात को सबसे ज्यादा स्क्रॉलिंग की, तो ये लोग निश्चित तौर पर गोल्ड मेडलिस्ट होते!
सुबह जब ऑफिस या कॉलेज में ये पहुंचते हैं, तो इनकी आंखें कुछ इस कदर लाल होती हैं कि लोग इन्हें देख कर समझ नहीं पाते कि इन्होंने रात में काम किया है या मार्शल आर्ट की प्रैक्टिस। इनसे जब पूछा जाता है कि इतनी देर रात तक जाग कर क्या किया, तो जवाब आता है, “बस, थोड़ा सा काम बचा था, वहीं कर रहा था”- हालांकि सच्चाई यह होती है कि वे नेटफ्लिक्स की 8 घंटे लंबी डॉक्यूमेंट्री का ‘लास्ट एपिसोड’ देख रहे होते हैं।
लेकिन इन महान विभूतियों के पास एक गुप्त हथियार होता है- वह है ‘कॉफी’ और ‘एनर्जी ड्रिंक’। सुबह-सुबह इन्हें कॉफी पीते देखकर ऐसा लगता है जैसे किसी कार में पेट्रोल भरने की तैयारी हो रही हो। और फिर जैसे ही ये पहला सिप लेते हैं, इनके चेहरे पर आने वाली रौनक देख कर आप समझ जाएंगे कि कॉफी ही इनका असली ‘रॉकेट फ्यूल’ है, जिससे ये अगले 12 घंटे तक दुनिया का सामना करने के लिए तैयार हो जाते हैं।
और फिर आती है शाम… जब बाकी लोग थक कर घर लौटते हैं, तब इनका दिन असल में शुरू होता है। ये फिर से सज-धज कर लैपटॉप खोलते हैं, “चलिए भाई, अब तो दुनिया जीतने का टाइम है।”
नोट: अगर आप भी देर रात तक जागने वालों की टीम में हैं, तो थोड़ा ध्यान दें, क्योंकि अगली सुबह आपके अलार्म से पहले आपका काम आ सकता है।