ध्यान खींचने वाले: Selfie के दीवाने, या सोशल मीडिया के जोकर?
ओमप्रकाश चौधरी
व्यंग्य
कुछ लोग ऐसे होते हैं जो हर वक्त खुद को लाइमलाइट में रखने का हुनर जानते हैं। अगर वो सोने जाएं तो भी कैमरे की फ्लैश में झलकने की कोशिश करते हैं।
फिर चाहे उनका खाना हो, उनका डॉग हो, या फिर उनका वो नया चश्मा जो शायद किसी और ने पहना भी न हो- सबकी “अवधि” अपने इंस्टाग्राम प्रोफाइल पर देखने के लिए तैयार होती है।
अगर ध्यान नहीं मिल रहा तो घबराएं नहीं, तुरंत एक सेल्फी के साथ फ्लैश मारो, और जरा कैप्शन में डाल दो- “कहीं भी रहूं, सबका ध्यान आकर्षित कर ही लेता हूं।”
इनके लिए दुनिया एक बड़ा “कैमरा” है, और अगर कोई इनका फॉलोअवर नहीं है तो वो खुद को इंसान नहीं, बल्कि ब्रांड मानते हैं।
क्या करें, अगर लाइक और कमेंट्स न मिले तो हर पोस्ट के नीचे हंसते हुए इमोजी और उफ्फ का स्टाइल दे डालते हैं।