पेस्टीसाइड उपयोग पर जागरूकता अभियान: किसानों को सुरक्षित खेती के लिए मिला मार्गदर्शन
मिर्जामुराद, वाराणसी: कृषि विज्ञान केंद्र, वाराणसी और हिन्दुस्तान इंसेक्टीसाइड लिमिटेड, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वाधान में गुरुवार को पेस्टीसाइड के सुरक्षित और न्यायसंगत उपयोग पर एक दिवसीय प्रशिक्षण एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलन के साथ हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में किसान और कृषि विशेषज्ञ शामिल हुए।
केंद्र के प्रभारी अधिकारी डॉ. नवीन कुमार सिंह ने स्वागत भाषण में इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि इस महत्वपूर्ण विषय पर वाराणसी से राष्ट्रीय स्तर पर कार्यक्रम की शुरुआत करना सम्मान की बात है। उन्होंने रबी फसलों में पेस्टीसाइड के विवेकपूर्ण उपयोग पर जोर देते हुए कहा कि किसानों को केवल आवश्यकतानुसार ही इसका प्रयोग करना चाहिए।
एच.आई.एल. के सीएमडी कुलदीप सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए सलाह दी कि पेस्टीसाइड की खरीद केवल पंजीकृत केंद्रों से ही करें और स्प्रे के दौरान हैंड ग्लव्स, मास्क आदि सुरक्षा उपकरणों का अनिवार्य रूप से उपयोग करें। डीजीएम डॉ. राजेंद्र थापर ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से अपनी कंपनी के उत्पादों पर जानकारी दी, जिसमें मच्छरदानी का उल्लेख विशेष रूप से किया जो डेंगू और मलेरिया के खतरे को कम करने में सहायक है।
मुख्य अतिथि सेवापुरी विधायक की बेटी अदिति सिंह पटेल ने किसानों से पेस्टीसाइड का कम उपयोग करने की अपील करते हुए इसके स्वास्थ्य पर दुष्प्रभावों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि एनआरएलएम की महिला सखियों द्वारा इस जागरूकता अभियान को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाया जाएगा।
गंगा हरितमा उत्तर प्रदेश के ब्रांड एम्बेसडर अनिल कुमार सिंह ने वृक्षारोपण और उसकी देखभाल के महत्व पर बात करते हुए महिला सखियों से अधिक वृक्ष लगाने की अपील की। उद्यान अधिकारी सुभाष कुमार ने उद्यान विभाग की योजनाओं पर जानकारी प्रदान की, जबकि कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने तकनीकी सत्र में विभिन्न विषयों पर व्याख्यान दिए।
कार्यक्रम में लगभग तीन सौ किसानों ने भाग लिया और उन्हें कीट नियंत्रण से जुड़े उपकरण वितरित किए गए। कार्यक्रम के अंत में विधायक प्रतिनिधि रामविलेश पटेल ने धन्यवाद ज्ञापन किया और मंच संचालन केंद्र के प्रसार वैज्ञानिक डॉ. राहुल कुमार सिंह ने किया।