ट्रैफिक सुधार के लिए काशी में होने जा रही बड़ी कार्रवाई: पुलिस आयुक्त ने मीटिंग में आधा दर्जन पिक पॉइंट्स पर ये निर्देश दिए, बोले- नहीं चलेगी लापरवाही
वाराणसी: काशी की प्राचीन गलियों और संकरी सड़कों पर लगने वाले जाम को खत्म करने और सुगम यातायात व्यवस्था को नया स्वरूप देने के उद्देश्य से पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने शनिवार को महत्वपूर्ण बैठक की। कैम्प कार्यालय के सभागार में आयोजित इस गोष्ठी में उन्होंने राजपत्रित अधिकारीगण और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया और यातायात को सुधारने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए।
अगले 10 दिनों में विशेष अभियान: मोहित अग्रवाल ने कहा, “काशी की यातायात व्यवस्था को नए स्तर पर लाना हमारा उद्देश्य है। आने वाले 10 दिनों तक वाराणसी में सुगम यातायात के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा।” उन्होंने स्पष्ट किया कि थानेदारों और चौकी प्रभारियों की जिम्मेदारी बढ़ाई गई है, जो यातायात सुधार में उदासीनता दिखाते हैं, उन्हें चिन्हित कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
रूट डायवर्जन और वन-वे का पालन सुनिश्चित: बैठक में यह भी निर्देश दिया गया कि जिन सड़कों पर निर्माण कार्य चल रहे हैं, वहां रूट डायवर्जन और वन-वे यातायात की योजना पहले से ही सुनिश्चित की जाए। अगर कोई ठेकेदार या कार्यदायी संस्था अनुमति की शर्तों का उल्लंघन करती है, तो उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
ई-रिक्शा और ऑटो के लिए नई व्यवस्था: आयुक्त ने कहा कि ई-रिक्शा की तरह अब ऑटो रिक्शा भी केवल परमिट प्राप्त मार्गों पर ही चलेंगे। जो इस नियम का उल्लंघन करेगा, उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यातायात पुलिसकर्मियों को पीआरवी पॉइंट्स पर यातायात संचालन में मदद करने के निर्देश भी दिए।
“इनोवेटिव आइडिया” की आवश्यकता: पुलिस आयुक्त ने सभी अधिकारियों को क्षेत्रीय भ्रमण के दौरान स्थानीय समस्याओं को समझने और यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए नए और अभिनव विचार (Innovative Idea) लाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी क्षेत्र में केवल निगरानी तक सीमित न रहें, बल्कि यातायात की बेहतरी के लिए ठोस कदम उठाएं।
अतिक्रमण और यातायात नियमों पर सख्ती: आयुक्त ने अतिक्रमण हटाने और यातायात नियमों के पालन के लिए चलाए जा रहे अभियानों की समीक्षा की। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि ई-रिक्शा के लिए लागू कलर कोड प्रणाली का सख्ती से पालन हो और ऑटो रिक्शा भी केवल निर्धारित मार्गों पर ही चलें।
जनता के फीडबैक पर जोर: मोहित अग्रवाल ने पुलिसकर्मियों को जनता से संवेदनशील और सहयोगात्मक व्यवहार करने की हिदायत दी। किसी भी तरह के दुर्व्यवहार की शिकायत मिलने पर त्वरित जांच और दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया। उन्होंने कहा कि नागरिकों के फीडबैक के आधार पर थानों की कार्यप्रणाली में सुधार लाया जाएगा, ताकि जनता की समस्याओं का तुरंत समाधान हो सके।
उपस्थित अधिकारी: गोष्ठी में संयुक्त पुलिस आयुक्त मुख्यालय डॉ. के. एजिलरसन, अपर पुलिस आयुक्त एस. चन्नप्पा, अन्य पुलिस उपायुक्त, अपर पुलिस उपायुक्त, सहायक पुलिस आयुक्त और कई वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल रहे।
यातायात सुधार में पुलिस का मिशन
आयुक्त मोहित अग्रवाल की इस बैठक से यह साफ संकेत मिलता है कि वाराणसी की यातायात व्यवस्था को बदलने के लिए कड़ी मेहनत की जा रही है। अगले 10 दिनों में चलने वाले इस विशेष अभियान के तहत शहर की यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
जनता को सुगम और सुरक्षित यात्रा का अनुभव प्रदान करना पुलिस प्रशासन का मुख्य उद्देश्य है। इसके साथ ही, यातायात व्यवस्था में नवाचार और नियमों के सख्त अनुपालन से काशी की सड़कों पर जाम की समस्या को दूर करने की दिशा में एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।