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व्रत में फलाहार: मानसिक संतुलन भी जरूरी, सबसे शुद्ध फलाहारी कौन?

वाराणसी: व्रत रखने के दौरान फलाहार का विशेष महत्व होता है। हिंदू धर्म में व्रत का पालन करने से न केवल शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक संतुलन भी स्थापित होता है। इस दौरान फलाहार के माध्यम से उपवास के नियमों का पालन करना आवश्यक होता है। लेकिन सवाल उठता है कि व्रत में सबसे शुद्ध फलाहारी किसे कहा जाता है? 1. कुटु (राजगिरी) आटा व्रत के दौरान कुटु (राजगिरी) का आटा सबसे शुद्ध फलाहारी माना जाता है। यह आटा ऊर्जा का अच्छा स्रोत होता है…

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गुस्से की कीमत: अधिक गुस्सा करने वाले लोगों को स्वास्थ्य संबंधी जोखिम, इन बीमारियों के होने का खतरा

वाराणसी: गुस्सा एक सामान्य मानव भावना है, लेकिन जब यह अनियंत्रित हो जाता है, तो यह व्यक्ति के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है। कई अध्ययनों से यह सिद्ध हुआ है कि अधिक गुस्सा करने वाले लोगों को विभिन्न प्रकार की बीमारियों का खतरा रहता है। आइए जानते हैं कि गुस्से का हमारे स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ता है। 1. हृदय रोग अत्यधिक गुस्सा हृदय के लिए हानिकारक हो सकता है। गुस्से के दौरान हृदय की धड़कन तेज हो जाती है और रक्तचाप बढ़ जाता है।…

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नवरात्रि में भगवती का प्रिय भोग: श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक, इन भोगों का विशेष महत्व

वाराणसी: नवरात्रि का पर्व देवी दुर्गा की उपासना का विशेष अवसर है। इस दौरान भक्तजन अपनी श्रद्धा से भगवती को विभिन्न प्रकार के भोग अर्पित करते हैं। इन भोगों का विशेष महत्व है और इनमें से कुछ भोग देवी के प्रिय माने जाते हैं। आइए जानते हैं कि नवरात्रि में भगवती को कौन से भोग प्रिय हैं: 1. नवधान्य नवरात्रि में नवधान्य (नौ प्रकार के अनाज) का विशेष महत्व है। यह देवी के लिए एक शुभ भोग माना जाता है। इसमें गेहूं, चना, जौ, मक्का, बाजरा, मूंग, उड़द, चावल और…

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नवरात्रि के दौरान कन्या पूजन: ध्यान देने योग्य बातें, इस तरह की गलती बिल्कुल ना करें

वाराणसी: नवरात्रि का पर्व देवी दुर्गा की उपासना का एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस दौरान कन्या पूजन का विशेष महत्व है, जहां न केवल देवी का स्वागत किया जाता है, बल्कि समाज में कन्या भ्रूण हत्या और महिलाओं के प्रति सम्मान को बढ़ावा देने का संदेश भी दिया जाता है। कन्या पूजन के दौरान कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना आवश्यक है: 1. कन्याओं का चयन 2. साफ-सफाई का ध्यान 3. कन्याओं को आदर देना 4. अभिषेक और पूजा सामग्री 5. प्रसाद का वितरण 6. धार्मिक अनुष्ठान 7. सकारात्मक वातावरण…

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11 अक्टूबर: भारत और विश्व इतिहास में महत्वपूर्ण घटनाएं और जन्मदिन विशेष

इतिहास में 11 अक्टूबर की प्रमुख घटनाएं11 अक्टूबर का दिन भारत और विश्व इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी रहा है। यह दिन ऐतिहासिक उपलब्धियों और महत्वपूर्ण व्यक्तित्वों के जन्म से जुड़ा हुआ है। आइए जानते हैं इस दिन की प्रमुख घटनाओं के बारे में: 11 अक्टूबर के भारतीय इतिहास की प्रमुख घटनाएं 11 अक्टूबर के जन्मदिन विशेष 11 अक्टूबर को कई महत्वपूर्ण हस्तियों का जन्म हुआ, जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में अपने योगदान से देश और दुनिया को समृद्ध किया। समाप्ति 11 अक्टूबर का दिन भारत और विश्व इतिहास…

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रामनगर की रामलीला: सब कुछ गंवाकर युद्ध के मैदान में आया रावण, इतनी बार मूर्छित हुआ

रामनगर, वाराणसी: युद्ध में अपना सब कुछ गंवाने के बाद बाद रावण के पास कोई विकल्प नहीं बचा था। सो आना पड़ा उसे युद्ध मैदान में। रावण था तो प्रचंड योद्धा। आते ही उसने श्रीराम की सेना को विचलित कर दिया। रावण स्वयं युद्ध के लिए आता है और अपनी सेना से कहता है लड़ाई से जिसका मन हट गया हो वह अभी से भाग जाएं। लड़ाई के मैदान से भागने में भलाई नहीं है। मैंने अपनी भुजाओं के बल पर बैर को बढ़ाया है। इसका जवाब भी मैं स्वयं…

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शारदीय नवरात्र 2024: एक ही दिन अष्टमी-नवमी, जानिए माता महागौरी और सिद्धिदात्री का पूजन, भोग विधान

पंडित लोकनाथ शास्त्री वाराणसी: इस वर्ष शारदीय नवरात्रि में अष्टमी और नवमी तिथियां एक ही दिन पड़ने के कारण देवी भक्तों के लिए यह दिन विशेष रूप से शुभ और महत्त्वपूर्ण हो गया है। 11 अक्टूबर 2024, शुक्रवार को एक साथ माता महागौरी और मां सिद्धिदात्री की पूजा और कन्या पूजन का विधान होगा। इस दिन देवी के इन दोनों रूपों का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पूजा के साथ उचित भोग का अर्पण करना अत्यंत लाभकारी माना गया है। माता महागौरी की पूजा और भोग विधान माता महागौरी को…

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10 अक्टूबर: इतिहास के पन्नों में दर्ज महत्वपूर्ण घटनाएं और महान हस्तियों का जन्मदिन

10 अक्टूबर के दिन ने इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाओं और महान व्यक्तियों के जन्म के कारण अपनी खास जगह बनाई है। आइए जानते हैं भारत और विश्व के इतिहास में इस दिन की प्रमुख घटनाओं के बारे में: 10 अक्टूबर की ऐतिहासिक घटनाएं 10 अक्टूबर को जन्मी प्रमुख हस्तियां 10 अक्टूबर की अन्य प्रमुख घटनाएं इस प्रकार 10 अक्टूबर का दिन इतिहास में अपनी महत्वपूर्ण जगह बनाकर हमें अतीत की गौरवशाली घटनाओं और हस्तियों की याद दिलाता है।

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नवरात्रि में तीन दिन का उपवास: पूर्ण व्रत के समान फल प्राप्त करने का मार्ग, महाअष्टमी तिथि का विशेष महत्व

पंडित लोकनाथ शास्त्री वाराणसी: यदि कोई व्यक्ति संपूर्ण नवरात्र के उपवास नहीं कर सकता तो सप्तमी, अष्टमी और नवमी (इस वर्ष 10, 11 और 12 अक्टूबर) को उपवास कर देवी दुर्गा की पूजा करने से उसे पूरे नवरात्रि व्रत का फल प्राप्त होता है। 12 अक्टूबर को सुबह 11 बजे से पहले उपवास खोलने का समय शास्त्रों के अनुसार निर्धारित है। नवरात्रि के दौरान उपवास के साथ-साथ शुद्ध आचरण बनाए रखना आवश्यक है। झूठ बोलने, कपट, चोरी या किसी और की वस्तु का अनुचित उपयोग करने से बचना चाहिए। इस…

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रामनगर की रामलीला: कुम्भकरण और मेघनाद मारे गए, रावण मूर्छित, होश आने पर बोला- सब प्रपंच ब्रह्मा ने किया

रामनगर, वाराणसी: कहते हैं कि जब विपत्ति आती है तो आदमी की मति पहले ही गुम हो जाती है। रावण के साथ तो यही हुआ भी। अहंकार के दानव ने उसको इतना आकंठ घेर लिया कि प्रभु श्रीराम से ही बैर ले बैठा। मंदोदरी, विभीषण और यहां तक कि कुंभकरण ने भी समझाया लेकिन विनाशकाले विपरीत बुद्धि। सब कुछ खो बैठा रावण। भाई, बंधु, कुटुंब, रिश्तेदार, नातेदार सब। और जब मेघनाद भी काल की भेंट चढ़ गया तो वह मूर्छित ही हो गया। रामलीला के तेइसवें दिन रावण के दूत…

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