धर्म-कर्म वाराणसी 

धार्मिक अनुष्ठान और कन्या पूजन: शायर माता का वार्षिक श्रृंगार, लोकगीतों ने बिखेरी धूम

पंकज मिश्रा रोहनिया, वाराणसी: नवरात्रि के अष्टमी पर गुरुवार की रात शहावाबाद स्थित जीटी रोड के किनारे सागरपुर मोड़ पर शायर माता की वार्षिक श्रृंगार पूजा और भंडारा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन चंदू यादव और विनोद यादव के नेतृत्व में हुआ, जिसमें ग्राम प्रधान मनीष जायसवाल भी मुख्य रूप से शामिल हुए। धार्मिक अनुष्ठान और कन्या पूजन कार्यक्रम के दौरान कर्मकांडी ब्राह्मण तिलकधारी मिश्रा ने विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ शायर माता की पूजा और हवन संपन्न कराया। इसके बाद ग्राम प्रधान मनीष जायसवाल ने नौ कन्याओं का…

Read More
अपराध ऑन द स्पॉट धर्म-कर्म वाराणसी 

अष्टमी पर वाराणसी का नजारा: दुर्गा पूजा पंडालों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

वाराणसी: नवरात्रि के अष्टमी के अवसर पर वाराणसी के विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित भव्य दुर्गा पूजा पंडालों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। शहर में श्रद्धा और भक्ति का माहौल देखने को मिला। एडिशनल सीपी ला एंड ऑर्डर डॉ. एस चनप्पा, डीएम एस. राजलिंगम और एडीसीपी वरुणा सरवणन टी ने शिवपुर क्षेत्र के दुर्गा पूजा पंडालों का पुलिस बल के साथ निरीक्षण किया और सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया। पंडालों की आकर्षक सजावट हमारे रोहनिया प्रतिनिधि पंकज मिश्रा और त्रिपुरारी यादव के अनुसार, मोहन सराय स्थित जय मां दुर्गे स्पोर्टिंग…

Read More
ऑन द स्पॉट धर्म-कर्म पूर्वांचल वाराणसी 

शुद्ध फलाहारी भोजन: नवरात्रि में ‘शक्ति रसोई’ बनी महिलाओं की आर्थिक संबल, परोस रही हैं विशेष उपवास थाली

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में शक्ति रसोई एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है। योगी सरकार की मिशन शक्ति योजना के तहत शुरू हुई इस पहल ने महिलाओं को आर्थिक संबल देने के साथ-साथ समाज में उनकी सशक्त पहचान भी बनाई है। नवरात्रि के इस पावन अवसर पर शक्ति रसोई विभिन्न स्थानों पर विशेष उपवास थाली परोसकर अपनी सेवाओं को नए आयाम दे रही है। शहर के नगर निगम परिसर, गोपी राधा इंटर कॉलेज और पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल जैसे प्रमुख स्थानों पर…

Read More
धर्म-कर्म पूर्वांचल वाराणसी 

नवरात्रि का आठवां दिन: मां अन्नपूर्णा के दरबार में भक्तों की भीड़, मांगा आशीर्वाद

वाराणसी: नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी के रूप में मां अन्नपूर्णा के दरबार में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली। भक्तों ने पूरी श्रद्धा से माता के चरणों में शीश नवाया। जयकारों के साथ आशीर्वाद की कामना की। माना जाता है कि मां अन्नपूर्णा के दर्शन मात्र से भक्तों को पूरे साल धन और अन्न की कमी नहीं होती। विशेष रूप से नवरात्रि के इस अवसर पर कन्याओं द्वारा माता के दर्शन से वर प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है। सुहागिनों के सुहाग की रक्षा करती हैं मां। मंदिर…

Read More
धर्म-कर्म वाराणसी 

पूजा पंडाल जयकारों से गूंज उठा: वातावरण में धार्मिक उत्साह और भक्तिभाव का संचार

अभिषेक त्रिपाठी मिर्जामुराद, वाराणसी: गौर गांव (बंगलाचट्टी) में शिव शक्ति युवा क्लब द्वारा आयोजित दुर्गा पूजा के अवसर पर बुधवार की शाम शक्ति की अधिष्ठात्री कालरात्रि माता के स्वरूप मां दुर्गा का पट विधिविधान से खोला गया। सत्तमी तिथि के दिन पंडितों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ मूर्तिकारों ने पारंपरिक विधि से माता का पट खोला। जैसे ही पट खोला गया, मां के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। पूरा पंडाल जयकारों से गूंज उठा, जिसमें भक्तों ने माता के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की। इस अवसर…

Read More
उत्तर प्रदेश दिल्ली धर्म-कर्म पूर्वांचल वाराणसी सबसे अलग 

शारदीय नवरात्र 2024: एक ही दिन अष्टमी-नवमी, जानिए माता महागौरी और सिद्धिदात्री का पूजन, भोग विधान

पंडित लोकनाथ शास्त्री वाराणसी: इस वर्ष शारदीय नवरात्रि में अष्टमी और नवमी तिथियां एक ही दिन पड़ने के कारण देवी भक्तों के लिए यह दिन विशेष रूप से शुभ और महत्त्वपूर्ण हो गया है। 11 अक्टूबर 2024, शुक्रवार को एक साथ माता महागौरी और मां सिद्धिदात्री की पूजा और कन्या पूजन का विधान होगा। इस दिन देवी के इन दोनों रूपों का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पूजा के साथ उचित भोग का अर्पण करना अत्यंत लाभकारी माना गया है। माता महागौरी की पूजा और भोग विधान माता महागौरी को…

Read More
उत्तर प्रदेश दिल्ली धर्म-कर्म पूर्वांचल वाराणसी सबसे अलग 

नवरात्रि में तीन दिन का उपवास: पूर्ण व्रत के समान फल प्राप्त करने का मार्ग, महाअष्टमी तिथि का विशेष महत्व

पंडित लोकनाथ शास्त्री वाराणसी: यदि कोई व्यक्ति संपूर्ण नवरात्र के उपवास नहीं कर सकता तो सप्तमी, अष्टमी और नवमी (इस वर्ष 10, 11 और 12 अक्टूबर) को उपवास कर देवी दुर्गा की पूजा करने से उसे पूरे नवरात्रि व्रत का फल प्राप्त होता है। 12 अक्टूबर को सुबह 11 बजे से पहले उपवास खोलने का समय शास्त्रों के अनुसार निर्धारित है। नवरात्रि के दौरान उपवास के साथ-साथ शुद्ध आचरण बनाए रखना आवश्यक है। झूठ बोलने, कपट, चोरी या किसी और की वस्तु का अनुचित उपयोग करने से बचना चाहिए। इस…

Read More
उत्तर प्रदेश दिल्ली धर्म-कर्म पूर्वांचल वाराणसी सबसे अलग 

रामनगर की रामलीला: कुम्भकरण और मेघनाद मारे गए, रावण मूर्छित, होश आने पर बोला- सब प्रपंच ब्रह्मा ने किया

रामनगर, वाराणसी: कहते हैं कि जब विपत्ति आती है तो आदमी की मति पहले ही गुम हो जाती है। रावण के साथ तो यही हुआ भी। अहंकार के दानव ने उसको इतना आकंठ घेर लिया कि प्रभु श्रीराम से ही बैर ले बैठा। मंदोदरी, विभीषण और यहां तक कि कुंभकरण ने भी समझाया लेकिन विनाशकाले विपरीत बुद्धि। सब कुछ खो बैठा रावण। भाई, बंधु, कुटुंब, रिश्तेदार, नातेदार सब। और जब मेघनाद भी काल की भेंट चढ़ गया तो वह मूर्छित ही हो गया। रामलीला के तेइसवें दिन रावण के दूत…

Read More
धर्म-कर्म पूर्वांचल वाराणसी 

बोलो सच्चे दरबार की जय: सातवें दिन मां कालरात्रि के दर्शन को काशी में भीड़, जयकारे से गूंजा दरबार

वाराणसी: शारदीय नवरात्र के सातवें दिन बुधवार को काशी में श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में मां कालरात्रि के दर्शन-पूजन किए। विश्वनाथ मंदिर के पास कालिका गली स्थित मां कालरात्रि के मंदिर में सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। भक्तों ने पूरे श्रद्धा भाव से नारियल, चुनरी, माला-फूल के साथ मां के दर्शन किए और जयकारे लगाए। मां कालरात्रि के दरबार में सुबह मंदिर का पट खुलते ही भक्तों ने “बोलो सच्चे दरबार की जय” के जयकारों के बीच दर्शन किए। मंदिर में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का मानना…

Read More
उत्तर प्रदेश दिल्ली धर्म-कर्म पूर्वांचल वाराणसी सबसे अलग 

शारदीय नवरात्र 2024: भगवती को धार चढ़ाने का महत्व, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक मूल्य भी समाहित

वाराणसी: भारत में देवी-देवताओं की पूजा अर्चना के दौरान विभिन्न अनुष्ठानों और परंपराओं का पालन किया जाता है। इनमें से एक महत्वपूर्ण रस्म है भगवती को धार चढ़ाना। यह प्रथा न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसमें सांस्कृतिक और आध्यात्मिक मूल्य भी समाहित हैं। आइए, जानते हैं कि भगवती को धार चढ़ाने का महत्व क्या है और इसे कैसे किया जाता है। धार चढ़ाने का अर्थ भगवती को धार चढ़ाना एक विशेष अनुष्ठान है, जिसमें श्रद्धालु देवी-देवताओं के प्रति अपनी भक्ति और समर्पण को दर्शाते हैं। धार का…

Read More