शुद्ध फलाहारी भोजन: नवरात्रि में ‘शक्ति रसोई’ बनी महिलाओं की आर्थिक संबल, परोस रही हैं विशेष उपवास थाली
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में शक्ति रसोई एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है। योगी सरकार की मिशन शक्ति योजना के तहत शुरू हुई इस पहल ने महिलाओं को आर्थिक संबल देने के साथ-साथ समाज में उनकी सशक्त पहचान भी बनाई है। नवरात्रि के इस पावन अवसर पर शक्ति रसोई विभिन्न स्थानों पर विशेष उपवास थाली परोसकर अपनी सेवाओं को नए आयाम दे रही है।
शहर के नगर निगम परिसर, गोपी राधा इंटर कॉलेज और पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल जैसे प्रमुख स्थानों पर संचालित शक्ति रसोई में उपवास रखने वाले लोगों के लिए फलाहारी और शुद्ध व्यंजन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। खासतौर पर उन महिलाओं के लिए यह पहल एक नई उम्मीद लेकर आई है, जो पहले छोटे-मोटे काम करती थीं।
श्वेता पांडेय नगर निगम परिसर में उज्ज्वल स्वयं सहायता समूह की शक्ति रसोई का संचालन करती हैं। वह बताती हैं, “नवरात्रि के दौरान कई लोग व्रत रखते हैं। उन्हें बाहर शुद्ध फलाहारी भोजन नहीं मिल पाता। शक्ति रसोई ने हमें व्यवसाय का नया अवसर दिया है, जिससे हम न केवल दूसरों की सेवा कर रहे हैं, बल्कि खुद भी आर्थिक रूप से मजबूत हो रहे हैं।”
इसके अलावा, महाकाल स्वयं सहायता समूह की पिंकी प्रजापति कहती हैं, “पहले हम दूसरों के यहां छोटे-मोटे काम करते थे, लेकिन अब हम अपनी मेहनत से अपने बच्चों को अच्छे स्कूलों में पढ़ा पा रहे हैं। हमारी आय बढ़ी है और आत्मसम्मान भी।”
शक्ति रसोई का विशेष योगदान
- नवरात्रि के दौरान उपवास रखने वालों के लिए शुद्ध और स्वच्छ भोजन की सुविधा।
- स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को रोजगार और आर्थिक स्वावलंबन का अवसर।
- मिशन शक्ति योजना के अंतर्गत महिलाओं के आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने की सफल पहल।
पुष्पा देवी सृष्टि स्वयं सहायता समूह की ओर से पांडेयपुर स्थित पंडित दीनदयाल अस्पताल में शक्ति रसोई चला रही हैं, वह कहती हैं, “यह रसोई न केवल महिलाओं को आर्थिक स्थिरता दे रही है, बल्कि हमें एक नई पहचान भी मिली है।”
शक्ति रसोई का यह नवरात्रि विशेष सेवा सिर्फ एक शुरुआत है, इससे भविष्य में और अधिक महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का मौका मिलेगा।