पूर्वांचल वाराणसी 

वाराणसी में गंगा के जलस्तर में गिरावट: राहत शिविरों में 2300 से अधिक लोग, प्रभावित हैं ये इलाके

वाराणसी: गंगा के जलस्तर में गिरावट दर्ज की जा रही है। केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक गुरुवार शाम 6 बजे गंगा का जलस्तर 70.28 मीटर दर्ज किया गया, जिसमें 1.5 सेंटीमीटर प्रति घंटा की दर से कमी दर्ज की गई है।

गंगा का चेतावनी बिंदु 70.26 मीटर और खतरे का बिंदु 71.26 मीटर पर है, जबकि अब तक का सबसे ऊंचा जलस्तर (HFL) 73.90 मीटर दर्ज किया गया है। हालांकि कल तक गंगा चेतावनी बिंदु से 2 सेमी ऊपर थीं, आज की स्थिति में जलस्तर में कमी आई है, जिससे थोड़ी राहत महसूस की जा रही है।

राहत शिविरों में बाढ़ पीड़ितों की स्थिति

जनपद में अब तक कुल 46 बाढ़ राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जिनमें से 17 सक्रिय रूप से कार्यरत हैं। इन राहत शिविरों में आज की तिथि तक 388 परिवारों के 2301 लोग शरण लिए हुए हैं। ज़रूरत के अनुसार, और अधिक राहत शिविर खोले जा सकते हैं। इन शिविरों में रहने वाले पीड़ितों के लिए स्वच्छ भोजन, पेयजल, दूध, फल जैसी सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।

स्वास्थ्य एवं सफाई व्यवस्थाएं

स्वास्थ्य विभाग द्वारा शिविरों में मेडिकल कैंप स्थापित किए गए हैं, जहां अब तक 655 लोगों का उपचार किया गया है और 1353 ORS पैकेट और 9285 क्लोरीन टेबलेट्स का वितरण किया जा चुका है। नगर निगम द्वारा शिविरों में नियमित रूप से फॉगिंग की जा रही है ताकि संक्रमण और बीमारियों से बचाव हो सके।

वरुणा नदी में जल प्रवाह और प्रभावित क्षेत्र

गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण वरुणा नदी में जल का उल्टा प्रवाह हो रहा है, जिससे बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। अब तक कुल 7134 लोग इस बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। इसके साथ ही बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य में जुटी टीमों द्वारा 23 नावों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जबकि NDRF की टीम और जल पुलिस भी मोटर बोट्स के जरिए लगातार निगरानी कर रही हैं।

बाढ़ में राहत सामग्री वितरण

अब तक बाढ़ प्रभावित 774 परिवारों को राहत सामग्री वितरित की जा चुकी है। महिलाओं की व्यक्तिगत स्वच्छता के लिए 410 महिलाओं को डिग्निटी किट्स वितरित की गई हैं। इसके साथ ही 2376 पीस फल और 2034 दूध पैकेट्स का वितरण भी राहत शिविरों में किया गया है। बाढ़ प्रभावित पशुओं के लिए 802 क्विंटल भूसे का भी प्रबंध किया गया है।

नौकाओं पर रोक और भविष्य की तैयारी

सुरक्षा की दृष्टि से, जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण नौकाओं के संचालन पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है और राहत एवं बचाव कार्य लगातार जारी हैं।

प्रभावित क्षेत्र

वर्तमान में तहसील सदर के 9 वार्ड और 7 ग्राम बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। इनमें सलारपुर, सरैया, हुकुलगंज, दानियालपुर, कोनिया, सिकरौल, जैतपुरा, चौकाघाट, डोमरी आदि क्षेत्र शामिल हैं। जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगातार निगरानी की जा रही है।

बाढ़ से निपटने के लिए जिला प्रशासन 24×7 क्रियाशील है और सहायता के लिए निम्नलिखित कंट्रोल रूम नंबर जारी किए गए हैं:

  • 05422508550
  • 05422504170
  • 9140037137

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