एक लाख पंद्रह हजार की साइबर ठगी: FIR लिखवाने का भी फायदा नहीं हुआ, बीटेक का छात्र परेशान
वाराणसी: लालपुर पांडेयपुर क्षेत्र में रहने वाले बीटेक के छात्र अंकित पांडेय के से फ्लिपकार्ट के नाम पर 115,000 रुपये की साइबर ठगी का मामला सामने आया है। अंकित गाजीपुर का मूल निवासी है।
अंकित ने फ्लिपकार्ट से एक स्मार्ट वॉच का ऑर्डर दिया था, जिसकी डिलीवरी रात 10:30 बजे होनी थी। रात 9:30 बजे उसे एक फोन आया, जिसका विवरण ट्रूकॉलर पर फ्लिपकार्ट के नाम से दर्शाया गया।
फोन पर डिलीवरी ब्वॉय ने अपना परिचय देते हुए पता पूछा और बताया कि उसने एरिया पिन कोड गलत डाला है। उसने अंकित से कहा कि सही पिन कोड डालने के लिए उसके यूपीआई कोड पर 1 रुपये ट्रांसफर करें।
अंकित ने जैसे ही 1 रुपये ट्रांसफर किए, उसके एसबीआई अकाउंट से पहले 95,000 रुपये और फिर 20,000 रुपये कट गए। इस ठगी की जानकारी उसे मैसेज द्वारा मिली। ठगी के तुरंत बाद अंकित का मोबाइल हैंग हो गया, जिससे वह किसी से संपर्क नहीं कर सका।
अगले दिन अलसुबह 5:30 बजे उसने साइबर कंट्रोल नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराई। जिस अकाउंट में 1 रुपये ट्रांसफर किया गया, उसमें 115,000 रुपये भी ट्रांसफर हुए हैं, जो अमित अनंत पांगाने के नाम से कोलकाता में है।
पीड़ित ने बताया कि एफआईआर तो किसी तरह दर्ज हुई, लेकिन घटना के 10 दिनों बाद भी साइबर ठग पकड़ में नहीं आए।