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OTTSCON 2024 में BHU के डॉक्टरों का उत्कृष्ट प्रदर्शन: डॉ. अमृत को स्वर्ण, डॉ. अंशुल को मिला रजत पदक

वाराणसी: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के डॉक्टरों ने हाल ही में आयोजित राष्ट्रीय ट्रॉमा सम्मेलन, OTTSCON 2024 में अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। इस सम्मेलन में आर्थोपेडिक्स विभाग के रेजिडेंट्स ने उत्कृष्ट कार्य करते हुए देश भर के चिकित्सा विशेषज्ञों के बीच अपनी छाप छोड़ी।

डॉ. अमृत को स्वर्ण पदक


बीएचयू के ऑर्थोपेडिक्स रेजिडेंट डॉ. अमृत को नॉन यूनियन प्रबंधन तकनीकों पर उनके प्रभावशाली शोध प्रस्तुति के लिए स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। उनके इस कार्य की देश के विभिन्न हिस्सों से आए चिकित्सा विशेषज्ञों ने सराहना की। यह उपलब्धि उनके समर्पण, मेहनत और बीएचयू के हड्डी रोग विभाग के उच्च मानकों को प्रतिबिंबित करती है।

डॉ. अंशुल को मिला रजत पदक


इस सम्मेलन में डॉ. अंशुल ने भी आर्थोपेडिक ट्रॉमा देखभाल से जुड़ी चुनौतियों पर अपना शोध प्रस्तुत किया, जिसके लिए उन्हें रजत पदक से नवाजा गया। दोनों डॉक्टरों ने अपनी उपलब्धियों के लिए विभाग के प्रोफेसर डॉ. अजीत सिंह और डॉ. संजय यादव का आभार व्यक्त किया, जिनके मार्गदर्शन ने उनके शोध और प्रस्तुति कौशल को निखारा।

सम्मेलन का महत्व


OTTSCON 2024 ने न केवल आर्थोपेडिक्स के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों और चुनौतियों पर प्रकाश डाला, बल्कि इसने देश भर के आर्थोपेडिक पेशेवरों के बीच सहयोग और नेटवर्किंग को भी मजबूत किया। कार्यक्रम के समापन पर प्रतिभागियों में उत्साह और सौहार्द ने ट्रॉमा देखभाल में निरंतर नवाचार और शिक्षा के महत्व को और अधिक स्पष्ट कर दिया।

वाराणसी के डॉक्टरों की यह उपलब्धि आर्थोपेडिक्स क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है।

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