मिशन शक्ति 5.0: वाराणसी पुलिस का 90 दिनी अभियान, 50 अवांछनीय तत्वों पर कार्रवाई
वाराणसी: कमिश्नरेट पुलिस ने “मिशन शक्ति” के पांचवे चरण के तहत 90-दिवसीय अभियान की शुरुआत कर दी है। यह अभियान 3 अक्टूबर 2024 से शारदीय नवरात्रि के पहले दिन से शुरू किया गया। इसमें महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा, साइबर अपराध, बालश्रम, बाल भिक्षावृत्ति और मजनू विरोधी अभियानों सहित 9 प्रमुख ऑपरेशनों पर जोर दिया गया है।
मुख्य ऑपरेशन
- ऑपरेशन गरुड़: महिलाओं और बच्चियों से जुड़े साइबर अपराधों का 100% निस्तारण।
- ऑपरेशन शील्ड: एसिड की अवैध बिक्री और वितरण के खिलाफ सख्त अभियान।
- ऑपरेशन डिस्ट्रॉय: अश्लील सामग्री की जांच और जब्ती।
- ऑपरेशन बचपन: बालश्रम, बाल भिक्षावृत्ति और बाल विवाह के खिलाफ प्रदेश स्तर पर अभियान।
- ऑपरेशन खोज: गुमशुदा बच्चों के पुनर्वास के लिए स्टेशन, आश्रय गृहों का निरीक्षण।
- ऑपरेशन मजनू: स्कूल-कॉलेजों के आसपास अवांछनीय तत्वों के खिलाफ अभियान।
- ऑपरेशन नशा मुक्ति: नशेड़ी और शराबियों के खिलाफ कार्रवाई।
- ऑपरेशन रक्षा: अवैध स्पा सेंटरों में तस्करी की गई महिलाओं को बचाना।
- ऑपरेशन ईगल: महिला अपराधों में शामिल अपराधियों के खिलाफ अभियान।
अभियान के तहत जागरूकता गतिविधियां
- शहर के प्रमुख चौराहों पर लघु फिल्मों का प्रसारण, जिसमें महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के संदेश शामिल हैं।
- विभिन्न शिक्षण संस्थानों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में एंटी रोमियो टीमें जागरूकता अभियान चला रही हैं।
- दुर्गा पूजा पंडालों में जाकर महिलाओं को सुरक्षा के उपायों और सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जा रही है।
- सोशल मीडिया अपराधों पर सतर्कता बढ़ाई गई है।
कार्रवाई की झलक
- 6 महिलाओं को वन स्टॉप सेंटर पर भेजा गया, जिनमें से 3 की काउंसलिंग की गई और 2 को अस्थायी आश्रय दिया गया।
- फर्जी इंस्टाग्राम आईडी के माध्यम से अश्लील वीडियो वायरल करने पर सख्त कार्रवाई।
- स्कूलों और कॉलेजों के आसपास 12 संवेदनशील स्थानों की पहचान कर 50 अवांछनीय तत्वों पर कार्रवाई की गई।
यह विशेष अभियान पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल, DCP प्रमोद कुमार और ADCP महिला अपराध ममता रानी के नेतृत्व में संचालित किया जा रहा है, ताकि महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।