पुलिस स्मृति दिवस: CRPF ने शहीदों को याद किया, मौम रख कर श्रद्धांजलि दी गई
वाराणसी: CRPF 95वीं बटालियन ने पुलिस स्मृति दिवस पर पुलिस स्मरण दिवस मनाया। यह दिन केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों द्वारा 21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख स्थित हॉट स्प्रिंग इलाके में दिखाई गई वीरता और पराक्रम की स्मृति में मनाया जाता है।
सीआरपीएफ की स्थापना 27 जुलाई 1939 को नीमच, मध्य प्रदेश में क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस के रूप में हुई थी। समय के साथ इस बल के कर्तव्यों में वृद्धि होती गई, और इसका आकार भी बड़ा होता गया।
लद्दाख के अक्साई चीन के हॉट स्प्रिंग क्षेत्र, जो समुद्र तल से 15,000-16,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, में भारत-तिब्बत सीमा की सुरक्षा के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की तीसरी बटालियन की एक प्लाटून तैनात की गई थी।
21 अक्टूबर 1959 को उप निरीक्षक कर्म सिंह के नेतृत्व में 20 जवानों की एक टुकड़ी पेट्रोलिंग ड्यूटी पर थी, जब चीनी आक्रमणकारियों ने स्वचालित हथियारों और मोर्टार से हमला किया।
इस हमले में सीआरपीएफ के जवानों ने अदम्य साहस और वीरता का परिचय दिया, लेकिन संख्या में अधिक चीनी टुकड़ी के सामने 10 जवान वीरता से लड़ते हुए शहीद हो गए, जबकि शेष जवानों को बंदी बना लिया गया।
इन वीर शहीदों की स्मृति में 1962 में पुलिस स्मारक स्थापित किया गया, जिसे देश के सभी केंद्रीय और राज्य पुलिस बलों द्वारा 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इस मौके पर 95वीं बटालियन सीआरपीएफ के कमांडेंट राजेश्वर बालापुर ने क्वार्टर गार्ड पर उपस्थित सभी जवानों और अधिकारियों को शहीद जवानों की याद में दो मिनट का मौन धारण करवाया और इस दिवस के महत्व के बारे में जानकारी दी।
इस दौरान 95वीं बटालियन के कमांडेंट राजेश्वर बालापुर, उप कमांडेंट नवनीत कुमार, सहायक कमांडेंट पंकज कुमार, सहायक कमांडेंट अभिषेक कुमार सिंह, निरीक्षक प्रिंस सिंह, PRO प्रवीण सिंह समेत 95वीं बटालियन के जवान उपस्थित थे।