डाक विभाग ने मनाया अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस: पोस्टमास्टर जनरल बोले- योग को नियमित जीवन शैली में अपनाकर स्वस्थ भारत के निर्माण में बनें सहभागी
Varanasi : 10वां ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ समारोह डाक विभाग द्वारा विभिन्न मंडलों और डाकघरों में उत्साहपूर्वक मनाया गया। वाराणसी कैण्ट प्रधान डाकघर परिसर में पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव के नेतृत्व में डाक अधिकारियों और कर्मियों ने योगाभ्यास किया।
इस अवसर पर उन्होंने योग को अपनाकर स्वस्थ भारत के निर्माण में सहभागी बनने और डाक विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को नियमित योगाभ्यास कर इसे अपनी नियमित जीवन शैली में जोड़ने पर जोर दिया। योग प्रशिक्षक डॉ. एस.आर. सिंह ने इस अवसर पर योगा प्रोटोकाल के तहत विभिन्न आसनों की महत्ता बताते हुए योगाभ्यास कराया।
पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने अपने उदबोधन में कहा कि योग वस्तुत: अनुशासित जीवन जीने का विज्ञान है। योग के माध्यम से स्वयं एवं समाज के शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य की रक्षा कर उनका सशक्तिकरण किया जाना है। इस ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ को ‘योग स्वयं और समाज के लिए’ की थीम को समर्पित कर इसे चरितार्थ भी किया गया है। योग हमारी प्राचीन परंपरा का एक अमूल्य उपहार है I
‘योग: कर्मसु कौशलम्’ के माध्यम से भारतीय संस्कृति की इस अमूल्य और विलक्षण धरोहर को वैश्विक स्तर पर अपनाया गया है। आज के भौतिकवादी युग में योग न केवल निरोग रहने का साधन है, बल्कि मानवता के संरक्षण का प्रबल अवलंबन भी है। योग मन और शरीर, विचार और क्रिया की एकता का प्रतीक है जो मानव कल्याण के लिए मूल्यवान है।
इस अवसर पर अधीक्षक डाकघर विनय कुमार ने कहा कि, योग न सिर्फ हमें नकारात्मकता से दूर रखता है अपितु हमारे मनोमस्तिष्क में अच्छे विचारों का निर्माण भी करता है।
इस अवसर पर डाक अधीक्षक विनय कुमार, सहायक निदेशक ब्रजेश शर्मा, आरके चौहान, लेखाधिकारी प्लाबन नस्कर, सहायक डाक अधीक्षक इन्द्रजीत पाल, पल्ल्वी मिश्रा, निरीक्षक अनिकेत रंजन, दिलीप पाण्डेय, रमेश यादव, कैण्ट पोस्टमास्टर गोपाल दुबे के साथ प्रकाश गुप्ता, रामचंद्र यादव, राकेश कुमार, राहुल वर्मा, मनीष कुमार, पंकज सिंह, शम्भू कुमार, अभिलाषा सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।