राजस्थान वाली साइबर फ्रॉड कंपनी: ₹27.25 लाख की साइबर धोखाधड़ी में चार गिरफ्तार, इस तरह ‘सब्जेक्ट’ को ठगा था
वाराणसी: अजय कुमार श्रीवास्तव ने 8 अगस्त 2024 को साइबर क्राइम थाना, वाराणसी में शिकायत दर्ज करवाई कि साइबर अपराधियों ने निवेश के नाम पर उनकी ₹27.25 लाख की ठगी की। आरोपियों ने BRP देसाई व्हाट्सएप नंबर और वेबसाइट https://www.brp-fund.com एवं https://brp-fund.vip के माध्यम से यह धोखाधड़ी की। मामला धारा 318(4) बीएनएस और 66डी आईटी एक्ट के तहत पंजीकृत किया गया है।
पुलिस कार्रवाई
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल और पुलिस उपायुक्त अपराध प्रमोद कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। इस टीम ने सूरतगढ़, श्रीगंगानगर, राजस्थान से चार अंतरराज्यीय साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से मोबाइल, एटीएम कार्ड, चेकबुक, सिम कार्ड और ₹30,000 नगद बरामद किए गए हैं।
धोखाधड़ी का तरीका
अभियुक्तों ने फर्जी वेबसाइटों और बल्क एसएमएस के माध्यम से निवेश का लालच दिया। लोगों को छोटे लाभ का दिखावा कर बड़ी रकम निवेश करने के लिए प्रेरित किया, जिसे निकालने पर फर्जी लाभ के कारण पैसे नहीं मिलते।
गिरफ्तार अभियुक्त
- प्रिंस खोड, 20 वर्ष, हनुमानगढ़, राजस्थान
- आशीष विश्नोई, 23 वर्ष, अनुपगढ़, राजस्थान (अंतरराष्ट्रीय हैकर/सरगना)
- हरीश विश्नोई, 21 वर्ष, बीकानेर, राजस्थान
- मनदीप सिंह, 26 वर्ष, श्रीगंगानगर, राजस्थान
आपराधिक इतिहास
- मु0अ0सं0 0085/2024 (धारा 318(4), 61(2), 317(2) बीएनएस और 66सी, 66डी आईटी एक्ट)
- मु.अ.सं. 005/2024 (धारा 420, 365, 384, 120 बी भा.द.वि. और 66सी, 66डी आईटी एक्ट)
बरामदगी
- डेबिट कार्ड: 1
- चेकबुक: 1
- क्यूआर कोड: 1
- वेलकम लेटर: 1
- सिम कार्ड: 3
- मोबाइल फोन: 6
- नगद राशि: ₹30,000
गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम
- प्रभारी निरीक्षक विजय नारायण मिश्र
- निरीक्षक राकेश कुमार गौतम
- निरीक्षक राज किशोर पाण्डेय
- निरीक्षक अनीता सिंह
- उ.नि. नीलम सिंह
- उ.नि. संजीव कुमार कन्नौजिया
- उ.नि. सतीश सिंह
- हे0का0/क0आ0 श्याम लाल गुप्ता
- हे0का0 आलोक कुमार सिंह
- हे0का0 प्रभात द्विवेदी
- हे0का0 राजेन्द्र पाण्डेय