रामनगर बारादरी हादसा: APM और JE निलंबित, ठेकेदार के कार्यों की जांच के आदेश
वाराणसी: गंगा किनारे रामनगर के बलुआ घाट पर गुरुवार को निर्माणाधीन बारादरी का गुंबद गिरने और मजदूर की मौत के मामले में शुक्रवार को बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई हुई। उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) के निर्माण ईकाई-3 के सहायक प्रोजेक्ट मैनेजर (एपीएम) दिलीप कुमार और अवर अभियंता (जेई) रेनू जायसवाल को निलंबित कर दिया गया है। दोनों पर कार्यों में लापरवाही और अनुशासनहीनता का आरोप है।
यूपीपीसीएल के प्रबंध निदेशक संतोष सिंह ने इन दोनों अधिकारियों को प्रयागराज जोन-1 कार्यालय से सम्बद्ध कर दिया है। साथ ही महाप्रबंधक जोन-1 दिनेश कुमार और निर्माण ईकाई-3 के परियोजना प्रबंधक प्रवीण कुमार शर्मा से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है। इन्हें 17 सितंबर तक संतोषजनक जवाब देने का निर्देश दिया गया है, अन्यथा कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
ठेकेदार के कार्यों की होगी जांच
इसके साथ ही, मुख्य महाप्रबंधक एके सिंह ने सोनभद्र के ठेकेदार ओमप्रकाश पांडेय के कार्यों की जांच के आदेश दिए हैं। जांच रिपोर्ट आने तक ठेकेदार द्वारा कराए जा रहे सभी कार्यों पर रोक लगा दी गई है। जांच में लापरवाही मिलने पर ठेकेदार की फर्म को काली सूची में डालने की चेतावनी भी दी गई है।
घटना की जांच के लिए चार सदस्यीय कमेटी गठित
घटना की जांच के लिए जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने एडीएम सिटी आलोक वर्मा की अध्यक्षता में चार सदस्यीय जांच कमेटी बनाई है। इसमें पीडब्ल्यूडी, सिंचाई विभाग और डीआरडीए के अभियंता भी शामिल होंगे। समिति से एक सप्ताह के भीतर जांच रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है।
परिवार को मुआवजा और FIR दर्ज करने के आदेश
घटना स्थल का दौरा करने के बाद एडीएम सिटी आलोक वर्मा ने कहा कि पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। साथ ही, कार्यदायी एजेंसी और ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए गए हैं।
गुरुवार की घटना: मजदूर की मौत और निर्माण की लापरवाही
गुरुवार को दोपहर बाद करीब 3:15 बजे बारादरी का गुंबद अचानक ढह गया था। इस हादसे में चंदौली के परोरवां (मुगलसराय) निवासी 57 वर्षीय मजदूर मेवालाल की मलबे में दबने से मौत हो गई थी। हादसे के दौरान बारिश से बचने के लिए मेवालाल गुंबद के नीचे बैठा था। इस हादसे में एक कुत्ते की भी मौत हो गई।
मौके पर एसीपी कोतवाली ईशान सोनी और रामनगर पुलिस पहुंची, लेकिन कई लोग पहले ही मौके से चले गए थे, जिससे और हताहतों की संख्या टल गई।
घाट का निर्माण पर्यटन विभाग की ओर से कराया जा रहा है, और निर्माण कार्य में धांधली और लापरवाही को हादसे की मुख्य वजह माना जा रहा है।