बिना ब्रेक वाले जुबान की कथा: गुरु, खुद क्रिकेट में आउट होते हो 5 रन पर, और हिम्मत देखो- सचिन को टिप्स देने का सपना
हमारे समाज में बड़बोले लोग ऐसे प्राणी होते हैं जिनकी जुबान तो फर्राटे से दौड़ती है, पर उनके दिमाग की गति कछुए से भी धीमी रहती है। ये वो लोग हैं जिन्हें हर मुद्दे पर मशवरा देना होता है, चाहे वो मुद्दा उनके पल्ले पड़े या न पड़े। इनकी खासियत यह होती है कि इन्हें हर विषय में विशेषज्ञता हासिल होती है- राजनीति से लेकर क्रिकेट, किचन से लेकर अंतरिक्ष तक, सब पर अपनी ‘अकाट्य बात’ रखेंगे।
अब बड़बोलेपन की सबसे मजेदार बात यह होती है कि ये लोग बातों के गोले दागने में इतने माहिर होते हैं कि सामने वाला समझ ही नहीं पाता कि बात शुरू कहां से हुई और खत्म कहां होगी। उनकी बातें सुनते-सुनते आप सोचते रह जाते हैं, “अरे भाई, बात तो खत्म करो” लेकिन नहीं, इनका मनोनयन बिना विराम के चलता रहता है।
बातों का महासागर, निष्कर्ष का सूखा
बड़बोले लोग अक्सर उन सवालों के जवाब देने में सबसे आगे रहते हैं, जिनके जवाब किसी के पास नहीं होते। एक बार हमारे मोहल्ले में बिजली चली गई। सब परेशान थे, कोई अंदाजा नहीं था कि बिजली कब आएगी। तभी हमारे बड़बोले चाचा जी आ गए। उन्होंने अपने 25 साल के अनुभव (जो कि किसी और का था) का हवाला देते हुए बताया कि बिजली क्यों गई है, कहां से आई थी, और इसे लाने वाले इंजीनियरों की किस्मत में कौन से ग्रहों का गोचर है। और तो और, उन्होंने ये भी बता दिया कि “अगर मैं होता तो इसको कैसे ठीक करता।” अब भला हम इतने बड़े वैज्ञानिक बयान का क्या जवाब देते?
बड़बोलेपन की सर्वव्यापी शक्ति
बड़बोले लोगों की सबसे खास बात ये है कि वो हर किसी को अपना शिकार बना सकते हैं। ये अपनी बातें ऐसे आत्मविश्वास से कहते हैं, जैसे वे सीधे स्वर्गलोक से ज्ञान का भंडार लेकर आए हों। चाहे पड़ोसी हो, रिश्तेदार हो, या कोई अजनबी, इनकी जुबान किसी के लिए नहीं रुकती। आपके नए जूते पहनने से लेकर भारत की GDP तक, इनकी चर्चा हर चीज पर होगी।
मोहल्ले के रामकिशन को ही देख लीजिए। उनके हिसाब से वो क्रिकेट के ऐसे ज्ञानी हैं कि अगर सचिन तेंदुलकर उनसे गुरुमंत्र ले लेता, तो वो 200 शतक नहीं, बल्कि 500 शतक मारते। अरे गुरु, खुद क्रिकेट में आउट होते हो 5 रन पर, और हिम्मत देखो- सचिन को टिप्स देने का सपना?
राजनीति के बड़बोले जानकार
राजनीति पर तो इनके व्याख्यान सुनकर लगता है कि अगर इन्हें प्रधानमंत्री बना दिया जाए तो देश 24 घंटे में सुपरपावर बन जाएगा। इनके भाषणों में इतनी दम होती है कि पास बैठे लोग अचानक कंधे पर बस्ता टांगकर स्कूल भागने लगें, क्योंकि इनके तर्क सुनकर तो उच्च शिक्षा के प्रोफेसर भी नतमस्तक हो जाते हैं।
अंतिम ज्ञान, सावधान रहें
बड़बोले लोग आपके जीवन में एक ऐसा मनोरंजन लेकर आते हैं, जिसका कोई विज्ञापन नहीं होता। इनके साथ समय बिताना ऐसा अनुभव होता है जैसे किसी अंतहीन फिल्म में फंसे हों, जहां आपको न चाहते हुए भी ‘इंटरवल’ का इंतजार करना पड़ता है। पर फिर भी, इन्हें सुनना एक अनोखा अनुभव है। इनके बिना दुनिया कितनी शांत होती, लेकिन इतनी बोरियत भरी कि टीवी के सारे न्यूज चैनल बंद हो जाते।
तो, बड़बोले लोगों से बचिए… नहीं तो, आप उनकी बातें सुनते-सुनते अपना मोबाइल चार्ज करना भूल जाएंगे, और फिर इनकी अंतहीन बातें सुनकर खुद ही डिस्चार्ज हो जाएंगे।