बनारसी आलू दम: काशी की खासियत, स्वाद का अनोखा सफर
बनारस का हर कोना अपने आप में एक अनोखी विरासत समेटे हुए है। यहां के खान-पान में भी वही खासियत झलकती है, और जब बात होती है ‘बनारसी आलू दम’ की, तो यह व्यंजन बनारस की शान माना जाता है। बनारसी आलू दम सिर्फ एक डिश नहीं, बल्कि स्वाद का वो सफर है जो आपको हर एक बाइट में वाराणसी की गलियों की सैर कराएगा। अगर आप इस खास रेसिपी को घर पर बनाना चाहते हैं, तो जानें इसका सरल और स्वादिष्ट तरीका।
बनारसी आलू दम बनाने के लिए सामग्री
- छोटे उबले हुए आलू – 500 ग्राम
- टमाटर – 2 मध्यम (प्यूरी बनाकर)
- प्याज – 2 मध्यम (बारीक कटा हुआ)
- अदरक-लहसुन का पेस्ट – 1 चम्मच
- दही – 1/2 कप (फेंटा हुआ)
- काजू का पेस्ट – 2 चम्मच
- गरम मसाला – 1 चम्मच
- धनिया पाउडर – 1 चम्मच
- हल्दी – 1/2 चम्मच
- लाल मिर्च पाउडर – 1 चम्मच
- जीरा – 1 चम्मच
- तेज पत्ता – 2
- हींग – 1 चुटकी
- नमक – स्वादानुसार
- हरा धनिया – सजाने के लिए
- तेल – तलने और पकाने के लिए
विधि
- आलू को तैयार करें: सबसे पहले छोटे आलुओं को अच्छे से उबाल लें और छीलकर कांटे से थोड़ा-थोड़ा चुभो दें, ताकि मसाले उसमें अच्छे से समा सकें। फिर कढ़ाई में तेल गरम करें और इन आलुओं को सुनहरा तलकर निकाल लें।
- मसाले की तैयारी: कढ़ाई में थोड़ा तेल डालकर उसमें जीरा, हींग और तेज पत्ते का तड़का लगाएं। इसके बाद बारीक कटा प्याज डालकर सुनहरा भूनें। फिर अदरक-लहसुन का पेस्ट डालकर कुछ सेकंड और भूनें।
- टमाटर और मसाले: अब इसमें टमाटर की प्यूरी डालें और तब तक पकाएं जब तक कि तेल अलग न हो जाए। इसमें हल्दी, लाल मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर, और गरम मसाला डालकर भूनें।
- काजू का पेस्ट और दही: जब मसाले अच्छी तरह से भुन जाएं, तो इसमें काजू का पेस्ट और फेंटा हुआ दही डालकर धीमी आंच पर पकाएं। इस दौरान मसाले को लगातार चलाते रहें ताकि दही फटे नहीं।
- आलू और पानी: तले हुए आलू मसाले में डालें और अच्छे से मिक्स करें। इसके बाद आवश्यकता अनुसार पानी डालकर धीमी आंच पर 10-15 मिनट तक पकने दें ताकि आलू में मसाले का स्वाद अच्छे से समा जाए।
- सजावट और परोसना: पकने के बाद इसे हरे धनिए से सजाएं और गरमा-गरम बनारसी आलू दम को पूरी या नान के साथ परोसें।
बनारसी स्वाद की खास पहचान
बनारसी आलू दम अपने खास मसालों और धीमी आंच पर पकाने की विधि के लिए जाना जाता है। इसमें काजू और दही के मेल से बनने वाला गाढ़ा ग्रेवी इसे और भी स्वादिष्ट बना देता है। इसका लाजवाब स्वाद इसे बनारसी व्यंजनों में खास स्थान दिलाता है।