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आधुनिक औरतों के नखरे: एक अलग ग्रह की प्रजाति, पास होती है नखराशास्त्र की डिग्री

व्यंग्य

आजकल की औरतों को देखकर लगता है कि वे किसी दूसरे ग्रह से आई हैं, जहां नखरे, स्वाभिमान और स्टाइल को जीवन के सबसे अहम हिस्सों के रूप में सिखाया जाता है। यकीन मानिए, ये औरतें सामान्य नहीं हैं। इनके नखरे आपकी सोच से कहीं ज्यादा गहरे और जटिल हैं, और कभी-कभी तो लगता है कि इन्होंने डिग्री सिर्फ “नखराशास्त्र” में ली है।

“क्या?” से “कुछ नहीं” तक का सफर


आधुनिक औरतों का सबसे बड़ा हथियार है उनकी संवाद शैली। सवाल करें, “क्या हुआ?” और जवाब मिलेगा, “कुछ नहीं!”। लेकिन यकीन मानिए, ‘कुछ नहीं’ के पीछे एक पूरा ‘कुछ’ छिपा होता है। अगर आप इस “कुछ नहीं” को सच मान बैठें, तो समझ लीजिए कि अगला एक हफ्ता आपके लिए ग्रहण के समान होगा। ऐसा लगता है जैसे उनके पास अपने नखरों की अलग ही शब्दावली होती है, जिसे आम आदमी कभी समझ ही नहीं सकता।

स्टाइल और सोशल मीडिया का संगम


इनके नखरे सिर्फ आम जिंदगी तक सीमित नहीं रहते, बल्कि सोशल मीडिया पर भी अपनी धाक जमाते हैं। “कैंडिड पिक” का मतलब होता है कि उन्होंने 50 पोज देकर 100 तस्वीरें खींची हैं, और उनमें से जो सबसे ज्यादा ‘कैंडिड’ लगी, उसे पोस्ट कर दिया। और पोस्ट का कैप्शन? कुछ ऐसा होगा कि पढ़कर आप सोचेंगे, “वाह! इतनी गहराई, इतनी फिलॉसफी!” जबकि असल में उस कैप्शन का न फोटो से कोई लेना-देना होता है, न जिंदगी से।

फैशन के नखरे


आधुनिक औरतों का एक और रोचक पहलू है उनका फैशन सेंस। “कम्फर्टेबल” का मतलब होता है चार इंच की हील्स, जिसमें चलने में ऐसा लगता है जैसे वे कभी भी गिर पड़ेंगी, लेकिन आप पूछिए तो कहेंगी, “ओह, ये तो बहुत कम्फर्टेबल है!” और अगर गलती से पूछ लिया कि तैयार होने में कितनी देर लगेगी, तो उत्तर मिलेगा, “बस पांच मिनट”। फिर वो पांच मिनट क्या होते हैं, ये तो भगवान भी नहीं जानता।

फ्री में भी नखरे


औरतें जब कहती हैं, “चलो कहीं घूमने चलते हैं,” तो इसका मतलब है कि आपको प्लान करना है, रेस्टोरेंट बुक करना है, और फिर उनके नखरों का सामना करना है। अगर मेन्यू में कोई डिश उन्हें पसंद नहीं आई, तो वो आपकी गलती है, और अगर खाना ठंडा है, तो आपको रेस्टोरेंट का स्टाफ बनाकर ही छोड़ेंगी।

नखरों का अंतहीन सफर


आधुनिक औरतों के नखरे कभी खत्म नहीं होते। वे अपने नखरों से आपकी परीक्षा लेती हैं, जैसे आप किसी बड़े इंटरव्यू में हों। और मजे की बात यह है कि अगर आप ये परीक्षा पास कर गए, तो अगले दिन एक नया नखरा तैयार मिलेगा।

नखरे जितने बड़े, प्यार उतना गहरा

तो गुरु, यह तय है कि आधुनिक औरतें अपने नखरों के लिए जानी जाती हैं, और उनकी यह अद्भुत कला सदियों तक जीवित रहेगी। उनके नखरों को समझना और सहना एक अलग ही स्किल है, जिसे हर मर्द को बखूबी सीखना चाहिए, क्योंकि आखिर में यही कहावत साबित होती है-“नखरे जितने बड़े, प्यार उतना गहरा।”

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