150 साल पुरानी परंपरा: महादेव की नगरी काशी में निकली लाट भैरव की भव्य बारात
वाराणसी: महादेव की नगरी में मंगलवार को 150 साल पुरानी परंपरा के तहत बाबा लाट भैरव की भव्य बारात निकाली गई। इस ऐतिहासिक अवसर पर काशी के विभिन्न वर्गों के लोग अपनी आस्था और श्रद्धा के साथ शामिल हुए। बारात की शुरुआत विश्वेश्वरगंज इन्ना माई की गली से हुई, जहाँ पर डमरू दल की थाप ने माहौल को भक्तिमय बना दिया।
बारात की शुरुआत से पहले, लाट भैरव प्रबंध समिति ने बाबा की झांकी को वस्त्राभूषण और फूल-माला से सजाया। रजत मुखौटा घोड़े के रथ पर रखा गया और आरती उतारी गई। इसके बाद बारात का जुलूस प्रारंभ हुआ, जो विश्वेश्वरगंज और काल भैरव मंदिर से होते हुए लाट भैरव मंदिर पहुंचेगा।
समिति के अध्यक्ष रोहित जायसवाल ने बताया कि यह 150 साल पुरानी परंपरा आज भी बड़े श्रद्धा भाव के साथ निभाई जा रही है। बारात बुधवार की भोर में 3 बजे लाट भैरव मंदिर पहुंचेगी, जहां ब्रह्म मुहूर्त में बाबा का विवाह सम्पन्न होगा। शोभायात्रा में महादेव स्वयं घोड़े पर सवार होकर यात्रा की अगुवाई कर रहे थे, जबकि राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमान भी इस दिव्य यात्रा का हिस्सा थे।
बारात के आगमन से पूर्व, लाट भैरव मंदिर को सजाने और तैयार करने की प्रक्रिया भी पूरी की गई। इस दौरान स्थानीय लोग मिठाइयां बांटते हुए और आतिशबाजी का आनंद लेते हुए बारात के स्वागत में जुटे रहे। इस धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव ने काशी की गलियों को भव्यता और श्रद्धा से भर दिया।