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धरना+प्रदर्शन & जनता: एक मजेदार रिश्ता, तमाशा, तर्क और तपाक का अद्भुत मिश्रण

व्यंग्य

धरना प्रदर्शन, जिसे आमतौर पर हम लोकतंत्र का ‘शानदार शो’ मानते हैं, वास्तव में एक ऐसा अनोखा समारोह है जहां तमाशा, तर्क और तपाक का अद्भुत मिश्रण देखने को मिलता है। तो चलिए, इस ‘महान’ आयोजन के विभिन्न पहलुओं पर एक नजर डालते हैं।

ध्रुवीकरण का शिखर

धरना प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य यही होता है कि सभी विरोधियों को एक ही मंच पर लाकर उन्हें ‘एकजुट’ किया जाए। जब भी देश में कोई मुद्दा उठता है, चाहे वह महंगाई हो या बेरोजगारी, हमारे ‘धरनाकार’ महाशय तुरंत एक ऐसा मोर्चा खोलते हैं, जिससे उनके विचारों के विपरीत सभी विचार एक साथ आ जाएं। और हां, भले ही वे मुद्दे एक-दूसरे से मेल न खाते हों, धरना प्रदर्शन के दौरान एकजुटता का मंत्र हमेशा काम करता है।

दर्शक वर्ग की अजीबोगरीब भूमिका

धरना प्रदर्शन की सबसे मजेदार बात यह है कि दर्शक वर्ग हमेशा तैयार रहता है। चाहे कोई तर्कपूर्ण बहस हो या गुस्से में चिल्लाते नेता, दर्शक वर्ग का काम हमेशा एक जैसा होता है- फोटो खींचना और ‘लाइव’ अपडेट देना। ‘लाइव’ के दौरान उनके पोज और भाव-भंगिमा इस बात का प्रमाण होती है कि वे धरना प्रदर्शन को कितना गंभीरता से ले रहे हैं।

सांसद और धरना, एक अद्भुत मेल

सांसदों का धरना प्रदर्शन का हिस्सा बनना भी एक अजीब सा आकर्षण है। वे ऐसे मुद्दों पर धरना देते हैं जिनके बारे में आम जनता शायद ही सोचती हो। लेकिन संसद में शोरगुल करने के बजाय, वे गली-मोहल्लों में धरना देकर साबित करते हैं कि वे ‘जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं’। वैसे, धरना प्रदर्शन के बाद उन मुद्दों का समाधान कितना हुआ, यह कोई नहीं जानता, लेकिन सार्वजनिक उपस्थिति का यह तरीका हमेशा काम कर जाता है।

कभी-कभी मुफ्त का आश्रय

धरना प्रदर्शन की कहानी तब और भी मजेदार हो जाती है जब जनता को इस ‘दर्शनीय’ कार्यक्रम में शामिल किया जाता है। जनता को ‘सहायता’ के नाम पर खाना, पानी और कभी-कभी मुफ्त का आश्रय मिलता है। एक सच्चा धरना प्रदर्शन वही होता है जहां मुफ्त का खाना और चाय सबसे बड़ी उपलब्धि बन जाती है।

समाप्ति के बाद का उत्सव

धरना प्रदर्शन का अंत हमेशा एक उत्सव की तरह होता है। प्रदर्शन समाप्त होने के बाद, सभी ‘धरनाकार’ जश्न मनाते हैं कि उन्होंने ‘सत्ता को जगाया’ या ‘जनता की आवाज’ को उठाया। और यह कोई नहीं पूछता कि धरना प्रदर्शन का वास्तविक प्रभाव क्या रहा। बस, यह ‘आगाज’ होता है एक नए धरना प्रदर्शन की योजना का।

अच्छी फोटो ऑपर्चुनिटी मिले

धरना प्रदर्शन, सच में, एक लोकतांत्रिक आयोजन है जहां विभिन्न पात्र अपने अभिनय कौशल का प्रदर्शन करते हैं। चाहे जो भी हो, यह कार्यक्रम हमेशा हमारे समाज की विविधताओं और अद्भुत विचारधाराओं को प्रदर्शित करता है। और अंत में, हम सभी बस यही सोचते हैं कि अगली बार धरना प्रदर्शन देखने के लिए और भी अच्छी फोटो ऑपर्चुनिटी मिले।

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