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फायर ब्रिगेड के रिस्पॉन्स टाइम में इतने मिनट की कमी: Varanasi में जीवन रक्षण और सुरक्षा को भी सुनिश्चित कर रहा Development

Varanasi में फ्लाईओवर का जाल, रिंग रोड, नई सड़कों का निर्माण और सड़कों का चौड़ीकरण लोगों की जानमाल बचाने में काफी सहायक हो रहा है। अच्छी कनेक्टिविटी से अग्निशमन विभाग की दमकल गाड़ियों का रिस्पांस टाइम कम हो गया है, जिससे फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को घटना स्थल तक पहुंचने मे पहले से कम समय लग रहा है।

इसका परिणाम यह हुआ है कि फायर ब्रिगेड के रिस्पॉन्स टाइम में लगभग 4 मिनट की कमी आई है। रिस्पॉन्स टाइम में आई कमी के कारण अब अग्नि दुर्घटना की रोकथाम व घटनास्थल पर प्रभावित लोगों के जीवनरक्षण के लिए राहतकार्यों को पूर्ण करने के लिए अग्निशमन दल का रिस्पॉन्स पहले से प्रभावी और तेज हो गया है।

क्विक रिस्पॉन्स का मार्ग हुआ प्रशस्त

किसी आपात स्थिति में राहतकार्यों को अंजाम देना काफी चुनौतीपूर्ण होता है क्योंकि एक-एक मिनट कीमती होता है। वहीं, वाराणसी की अगर बात करें तो ये चुनौती और बढ़ जाती है क्योंकि यहां की गलियों में ट्रैफिक व अन्य कारणों की वजह से क्विक रिस्पॉन्स पहुंचाना बेहद कठिन हो जाता है। ऐसे में वक्त रहते राहतकार्यों को पूरा करना जीवनरक्षण के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है।

इसी बात को ध्यान में रखकर वाराणसी में हो रहे मौजूदा विकासकार्यों को भी पूर्ण किया जा रहा है। मुख्य अग्निशमन अधिकारी आनंद सिंह राजपूत ने बताया कि वाराणसी में निर्माण हुए नए फ्लाई ओवर, रिंग रोड, सड़कों के चौड़े होने, हाईवे के निर्माण, व्यवस्थित पार्किंग आदि से अग्निशमन की गाड़ियों को घटना स्थल तक पहुंचने में कम समय लग रहा है।

14 मिनट में लोगों को मिल रहा रिस्पॉन्स

मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि मई माह में नगर क्षेत्र में रिस्पॉन्स टाइम लगभग 14 मिनट का है, जो पहले करीब 17 मिनट था, वहीं ग्रामीण क्षेत्र में रिस्पांस टाइम करीब 19 मिनट का हो गया है, जो पहले लगभग 25 मिनट हुआ करता था। कुल मिलाकर, वाराणसी में औसत रिस्पॉन्स टाइम 21 मिनट का था, जो अब घटकर 17 मिनट हो गया है।

यह सब वाराणसी के विकास में जुडी अच्छी सड़कों के कारण हो पाया है जिसके कारण अब जीवन रक्षण का मार्ग प्रशस्त हुआ है। भाजपा की डबल इंजन की सरकार ने राष्ट्रीय राजमार्ग, सड़कों और फ्लाईओवर के जाल से यातायात की समस्या को तेजी से सुलझा रही है जिसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं।

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