हरतालिका तीज की पूजा विधि, मंत्र: जानें कैसे करें पूजा, क्या है इसका महत्व और अगले दिन क्या करना है?
हरतालिका तीज का पर्व हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है, जो इस साल 6 दिसंबर को है। यह पर्व विशेष रूप से महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण है, जो अपने पति की लंबी आयु और सुखी जीवन के लिए व्रत रखती हैं और पूजा करती हैं।
पूजा विधि
- सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ वस्त्र पहनें।
- पूजा स्थल पर गंगाजल से शुद्धि करें और भगवान गणेश और भगवान शिव की मूर्ति स्थापित करें।
- मूर्ति पर जल, अक्षत, और फूल चढ़ाएं।
- हरतालिका तीज के मंत्र का जाप करें: “अयि गिरिनंदिनि नंदिनि विश्व विनोदिनि वराभयकरि सा उमे”
- भगवान शिव और माता पार्वती की आरती करें और प्रसाद वितरित करें।
- दिनभर व्रत रखें और रात में चंद्रमा को अर्घ्य दें।
- अगले दिन सुबह पूजा करें और ब्राह्मणों को दान दें।
हरतालिका तीज का महत्व
हरतालिका तीज का पर्व महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि यह उनके पति की लंबी आयु और सुखी जीवन के लिए किया जाता है। यह पर्व महिलाओं को अपने पति के प्रति समर्पित करने और उनके साथ सुखी जीवन बिताने का अवसर प्रदान करता है।