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दिल मजबूत हो तभी पढ़िएगा, टूटने के आसार: फेसबुक कमेंट्स, जब कीबोर्ड वीर मैदान में उतरते हैं

व्यंग्य

फेसबुक पर कमेंट्स पढ़ना किसी जादुई दुनिया में घूमने जैसा होता है। यहां आपको ज्ञानियों से लेकर व्यंग्यकारों, प्रशंसकों से लेकर आलोचकों और कभी-कभी बिन मांगे सुझाव देने वाले ‘ऑनलाइन चचा’ भी मिल जाते हैं।


1. ज्ञान का महासागर

किसी भी विषय पर पोस्ट कर दीजिए, 10 में से 9 लोग कमेंट्स में ऐसे ज्ञान देंगे जैसे उनकी पीएचडी उसी मुद्दे पर हुई हो।

  • पोस्ट: “पानी का सेवन बढ़ाएं।”
  • कमेंट: “भाई, पानी से ज्यादा नारियल पानी पीओ, बीपी कंट्रोल रहेगा। मैंने खुद बाबा रामदेव का वीडियो देखा था।”
    (भले ही पोस्ट करने वाले ने सिर्फ पानी की बात की हो, नारियल पानी बेचने वाले ने दिमाग की नस खींच दी।)

2. मुफ्त सलाह देने वाले गुरुजी

यह कमेंट्स अक्सर रिश्तेदारों या पुराने दोस्तों के होते हैं।

  • पोस्ट: “आज जिम में 2 घंटे वर्कआउट किया।”
  • कमेंट: “अच्छा! ये सब ठीक है, लेकिन पहले शादी कर ले, घरवाले बहुत टेंशन में हैं।”
    (कौन समझाए कि जिम और शादी का कोई रिलेशन नहीं है।)

3. भावनाओं की गहराई

भावुक पोस्ट पर कुछ कमेंट्स ऐसे आते हैं कि लगता है कमेंट करने वाला ‘शायर’ बनने की राह पर है।

  • पोस्ट: “आज बहुत याद आ रहे हो।”
  • कमेंट: “यादें वही खूबसूरत होती हैं जो आंखों को नम कर दें।”
    (और पोस्ट लिखने वाला सोचता है, ‘भाई, तुम मेरी तकलीफ पर पोएट्री करने आए हो या मदद करने?’)

4. मूक क्रांति के नायक

फेसबुक के ये योद्धा बिना सोचे-समझे किसी भी मुद्दे पर आग लगा सकते हैं।

  • पोस्ट: “आज का सूरज बहुत खूबसूरत है।”
  • कमेंट: “तुम्हें पता भी है, गांव में किसानों का क्या हाल है? वहां सूरज कितना सख्त है।”
    (बिचारा पोस्ट करने वाला सोचता है, ‘मैंने तो बस सूरज की तारीफ की थी।’)

5. आत्मविश्वास का अतुलनीय नमूना

कुछ लोग हर पोस्ट पर खुद को सेंटर ऑफ अटेंशन बनाने की कोशिश करते हैं।

  • पोस्ट: “मैंने नया फोन खरीदा।”
  • कमेंट: “भाई, मेरे पास वाला फोन ले लेता, सस्ता था।”
    (अब कौन समझाए कि नया फोन खरीदने की खुशी है, ‘ OLX गुरु’ की राय नहीं चाहिए।)

6. वर्तनी के खिलाड़ी

कुछ कमेंट्स ऐसे आते हैं कि लगता है वर्तनी का कचूमर निकाल दिया गया हो।

  • पोस्ट: “आज बहुत अच्छा दिन है।”
  • कमेंट: “Din achha ho ya bura, mehnat karte raho.”
    (वाक्य में कितनी मेहनत लगाई, यह भगवान ही जाने।)

कभी-कभी क्रिंज भी

फेसबुक के कमेंट्स पढ़कर समझ आता है कि असली मसाला पोस्ट में नहीं, बल्कि कमेंट सेक्शन में है। यहां हंसी, गुस्सा, ज्ञान और कभी-कभी ‘क्रिंज’ भी भरपूर मात्रा में मिलता है। फेसबुक पर पोस्ट डालिए, लेकिन कमेंट्स पढ़ने के लिए दिल मजबूत रखिए।

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