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वाराणसी: ट्रेन की चपेट में आकर युवक की दर्दनाक मौत, गांव में शोक की लहर

वाराणसी, चौबेपुर: सोमवार सुबह चौबेपुर के बीकापुर-पर्वतपुर रेलवे फाटक के पास एक हृदयविदारक घटना घटित हुई, जब ट्रेन की चपेट में आने से एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा सुबह करीब 8 बजे हुआ, जहां रेलवे गेट से 100 मीटर की दूरी पर युवक का शव क्षत-विक्षत अवस्था में मिला। मृतक की पहचान खेतलपुर गांव निवासी निखिल उर्फ चहटू राम (20) पुत्र जयराम के रूप में हुई है।

घटनास्थल का दृश्य और ग्रामीणों का दुख


जैसे ही हादसे की खबर गांव में फैली, पूरे इलाके में मातम छा गया। ग्रामीणों और स्थानीय लोगों ने बताया कि निखिल बेहद मिलनसार और हंसमुख स्वभाव का था, और उसकी इस तरह की अचानक मौत से सभी स्तब्ध हैं। घटनास्थल पर पहुंचे ग्रामीणों ने रेलवे सुरक्षा और मानवीय लापरवाही को लेकर नाराजगी जाहिर की। मृतक का शव क्षत-विक्षत हालत में पटरियों पर पड़ा था, जिसे देखकर लोगों की आंखें नम हो गईं।

परिवार की आर्थिक स्थिति और निखिल की जिम्मेदारियां


निखिल अपने परिवार का सबसे बड़ा बेटा था और पूरे परिवार की उम्मीदों का केंद्र था। उसके पिता जयराम गांव में मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करते थे, और दोनों बेटों को पढ़ाने के लिए संघर्ष कर रहे थे। निखिल का सपना था कि वह अपने पिता के संघर्ष को कम करे और परिवार को बेहतर जीवन दे। लेकिन इस हादसे ने उन सभी सपनों को चूर कर दिया। निखिल का परिवार आर्थिक रूप से बेहद कमजोर है, और उसकी मौत से परिवार पर भारी संकट आ गया है।

परिवार के लोगों ने बताया कि निखिल घर से किसी काम के लिए निकला था, लेकिन किसी ने यह सोचा भी नहीं था कि वह इस तरह से कभी वापस नहीं लौटेगा। जैसे ही परिवार को इस दुखद हादसे की खबर मिली, मां और भाई सहित सभी परिवारजन घटनास्थल पर पहुंच गए और चीख-पुकार मच गई। मां अपने बेटे के शव को देखकर बेसुध हो गई, वहीं पिता जयराम भी स्तब्ध थे। छोटे भाई की आंखों में आंसू और दर्द था, जिसे देखकर हर कोई भावुक हो गया।

गांव में शोक और प्रशासनिक कार्रवाई

इस दर्दनाक घटना से खेतलपुर गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। गांव के लोगों ने बताया कि निखिल की मौत से गांव का हर व्यक्ति दुखी है, क्योंकि वह न केवल अपने परिवार का सहारा था, बल्कि हर किसी से अच्छे संबंध रखता था। ग्रामीणों ने घटना के बाद रेलवे प्रशासन से सुरक्षा उपायों की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने प्रारंभिक जांच में इसे एक दुर्घटना माना है, लेकिन परिजनों का कहना है कि घटना की गहराई से जांच होनी चाहिए।

निखिल की असामयिक मौत से गांव में मातम और सवाल


निखिल की असामयिक मृत्यु ने न केवल उसके परिवार बल्कि पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है। गांव वालों का कहना है कि रेलवे ट्रैक के पास सुरक्षा के इंतजाम नहीं हैं और इस तरह की घटनाएं अक्सर होती रहती हैं। लोगों का यह भी कहना है कि रेलवे प्रशासन को जल्द से जल्द इस क्षेत्र में सुरक्षा उपायों को लागू करना चाहिए, ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। इस दुखद घटना के बाद से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है।

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