रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर काशी में श्रद्धांजलि: वीरांगना के शौर्य और बलिदान को किया नमन
वाराणसी: भारत विकास परिषद शिवा शाखा ने जेएचवी माल के पास स्थापित महारानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा स्थल पर उनकी 189वीं जन्म जयंती का आयोजन किया।
स्वतंत्रता संग्राम की वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई ने झांसी की रक्षा, देश की आजादी और अपने स्वाभिमान के लिए अंग्रेजों से लड़ते हुए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। सभी ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। कहा, उनकी जन्मस्थली काशी होने पर सभी गौरवान्वित हैं।
समारोह में गुरुकुल विद्यालय, पाणिनि विद्यालय, और निवेदिता विद्यालय की छात्राओं ने गीत और नृत्य के माध्यम से रानी लक्ष्मीबाई के जीवन संघर्षों को प्रस्तुत किया।
मुख्य अतिथि सीआरपीएफ 95 बटालियन के कमांडेंट राजेश्वर बालापुरकर ने छात्राओं का हौसला बढ़ाया और इतिहास से प्रेरणा लेने का संदेश दिया। मुख्य अतिथि का स्वागत भारत विकास परिषद काशी प्रांत के संरक्षक एस एन खेमका, प्रांतीय अध्यक्ष रवि प्रकाश जायसवाल और शाखा अध्यक्ष कौशल पति शर्मा ने शॉल और मोमेंटो देकर किया।
इस अवसर पर मदन राम चौरसिया ने दीपावली के अवसर पर वास्तु शुभ पौधा लक्ष्मी कमल भेंट किया। एस एन खेमका ने रानी लक्ष्मीबाई की जीवनी और उनके शौर्य की गाथा को याद किया।
विशिष्ट अतिथि और पैरा वर्ल्ड कप शूटिंग में सिल्वर मेडलिस्ट सुमेधा पाठक ने अपने संघर्ष की कहानी साझा की। उन्हें इस वर्ष का लक्ष्मीबाई वीरांगना पुरस्कार दिया गया। महिला संयोजक मीना अग्रवाल और अर्चना अग्रवाल ने उन्हें शॉल और मोमेंटो देकर सम्मानित किया।
समारोह में शिवा शाखा से कमल गोयंका, अखिलेश तिवारी, राजकुमार गुप्ता और अन्य सदस्य, सीआरपीएफ बटालियन 95 के PRO प्रवीण सिंह, विभिन्न विद्यालयों की छात्राएं एवं अध्यापिकाएं इस दौरान उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का संचालन अमरचंद अग्रवाल ने किया। अध्यक्ष कौशल पति शर्मा ने अतिथियों का स्वागत एवं धन्यवाद ज्ञापित किया।