वाराणसी में गंगा खतरे के करीब: वरुणा कॉरिडोर डूबा, अफसरों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया, NDRF को अलर्ट पर रखा गया
वाराणसी: गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। सोमवार को दोपहर तीन बजे तक पानी चेतावनी बिंदु पार कर 70.34 मीटर पर पहुंच गया। अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था डॉ. एस. चन्नप्पा और जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने एनडीआरएफ टीम के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों और राहत शिविरों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बचाव कार्यों की समीक्षा की और अधिकारियों को सुरक्षा और राहत से संबंधित आवश्यक निर्देश दिए।
वरुणा का जलस्तर उफान पर, पूरा वरुणा कॉरिडोर जलमग्न
गंगा के बढ़ते जलस्तर का असर वरुणा नदी पर भी साफ दिखाई दे रहा है। वरुणा कॉरिडोर पूरी तरह से पानी में डूब चुका है, जिससे वहां के निचले इलाकों के लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर भागने को मजबूर हो गए हैं। कई घरों में बाढ़ का पानी घुस चुका है, और वरुणा किनारे झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले गरीब परिवारों की स्थिति बेहद दयनीय हो गई है।
ये परिवार खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं और बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी इस संकट का सामना कर रहे हैं। बाढ़ का पानी लगातार बढ़ रहा है, जिससे आने वाले दिनों में स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।
अस्सी घाट डूबा, गंगा आरती और शवदाह गली और छतों पर
बढ़ते जलस्तर के कारण अस्सी घाट समेत कई घाट पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं। घाटों पर होने वाली गंगा आरती और शवदाह अब गली और छतों पर किया जा रहा है। गंगा का पलट प्रवाह वरुणा पार के निचले इलाकों में भी दिखाई दे रहा है, जिससे वहां के लोग पलायन करने लगे हैं।
प्रशासन अलर्ट मोड पर, एनडीआरएफ तैयार
स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने एनडीआरएफ को अलर्ट मोड पर रखा है और बाढ़ चौकियों को भी सक्रिय कर दिया गया है। जिला प्रशासन लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है, लेकिन बाढ़ का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। पिछले 24 घंटों में गंगा के जलस्तर में तेज़ी से वृद्धि हुई है और इससे प्रभावित क्षेत्रों की संख्या बढ़ रही है।