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पंचमुखी हनुमान जी का पूजन: समृद्धि और संकट निवारण का मार्ग

पंचमुखी हनुमान जी का पूजन हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। यह पूजन भक्तों को भय, शत्रु और दुर्भाग्य से मुक्ति दिलाने के साथ जीवन में शांति और समृद्धि प्रदान करता है। आइए जानते हैं पंचमुखी हनुमान जी के पूजन की विधि और इसके महत्व।


पंचमुखी हनुमान जी की महिमा

पंचमुखी हनुमान जी की मूर्ति या चित्र पांच दिशाओं का प्रतीक है:

  1. पूर्वमुख: शत्रु नाश और विजय के लिए।
  2. दक्षिणमुख: यमराज से रक्षा और जीवन की सुरक्षा के लिए।
  3. पश्चिममुख: समस्याओं और कष्टों से मुक्ति के लिए।
  4. उत्तरमुख: धन, समृद्धि और सुख-शांति के लिए।
  5. ऊपरमुख (हयग्रीव): ज्ञान और बुरी शक्तियों से बचाव के लिए।

पूजन की सामग्री

  • पंचमुखी हनुमान जी की प्रतिमा या चित्र।
  • लाल वस्त्र, अक्षत (चावल), फूल, सिंदूर, घी का दीपक।
  • पान, सुपारी, नारियल, मौली, हनुमान चालीसा और रामचरितमानस।
  • चंदन, कपूर और मिठाई (भोग के लिए)।

पूजन की विधि

  1. शुद्धि और आसन स्थापना:
    पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें और एक लाल कपड़ा बिछाकर पंचमुखी हनुमान जी की प्रतिमा रखें।
  2. संकल्प:
    पूजा आरंभ करने से पहले हाथ में जल, चावल और फूल लेकर पूजा का संकल्प लें।
  3. दीप प्रज्वलन:
    घी का दीपक जलाएं और हनुमान जी के सामने रखें।
  4. सिंदूर और चंदन अर्पण:
    हनुमान जी को सिंदूर और चंदन अर्पित करें। पंचमुखी हनुमान जी पर सिंदूर चढ़ाने से विशेष कृपा मिलती है।
  5. फूल और प्रसाद अर्पण:
    लाल फूल, गुड़, चना और नारियल चढ़ाएं।
  6. हनुमान चालीसा पाठ:
    श्रद्धा भाव से हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करें।
  7. आरती:
    कपूर जलाकर हनुमान जी की आरती करें। आरती के बाद भक्तों में प्रसाद बांटें।
  8. मंत्र जाप:
    विशेष कृपा पाने के लिए पंचमुखी हनुमान जी के मंत्र का जाप करें:
    “ॐ पंचमुखाय हनुमते नमः”

पूजन का महत्व

  1. संकट निवारण:
    पंचमुखी हनुमान जी की पूजा हर प्रकार के संकट और भय को दूर करती है।
  2. धन-समृद्धि:
    व्यापार और परिवार में सुख-शांति एवं समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है।
  3. नकारात्मक ऊर्जा का नाश:
    यह पूजा नकारात्मक शक्तियों और शत्रुओं से बचाव करती है।
  4. आध्यात्मिक उन्नति:
    भक्ति और ध्यान के माध्यम से आत्मिक शांति प्राप्त होती है।

पूजन का शुभ समय

  • पंचमुखी हनुमान जी का पूजन मंगलवार या शनिवार को करना अधिक शुभ माना जाता है।
  • प्रातःकाल या संध्या समय पूजा के लिए सर्वोत्तम होता है।

उन्नति और शक्ति

पंचमुखी हनुमान जी का पूजन भक्तों के जीवन में उन्नति और शक्ति लाता है। नियमित रूप से इस पूजन को करने से जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं और भक्त का मार्ग हमेशा उज्ज्वल बना रहता है।

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