वाराणसी शिक्षा 

उपलब्धि: 8 वर्षीया दृष्टि मिश्रा को राज्यपाल ने राजभवन में किया सम्मानित

अभिषेक त्रिपाठी

मिर्जामुराद, वाराणसी: बहेड़वा गांव की 8 वर्षीय होनहार छात्रा दृष्टि मिश्रा को उनकी पढ़ाई और समाज सेवा में उत्कृष्ट योगदान के लिए शनिवार को लखनऊ स्थित राजभवन में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने सम्मानित किया। दृष्टि, वाराणसी पब्लिक स्कूल (बंगालीपुर, राजातालाब) में कक्षा 3 की छात्रा हैं और काशी सेवा शोध समिति की बाल सैनिक एवं ब्रांड एंबेसडर के रूप में काम करती हैं।

राज्यपाल ने दृष्टि को मेडल पहनाकर सम्मानित किया और उनके कार्यों की सराहना की। बातचीत के दौरान दृष्टि ने अपने पिता अश्वनी मिश्रा के बारे में बताया कि वह किसान हैं। राज्यपाल ने दृष्टि से कहा कि वह लोगों को बाजरा और मक्का की खेती करने के लिए प्रेरित करें, जिससे बीमारियों से बचा जा सके।

समाज सेवा में अग्रणी दृष्टि


दृष्टि मिश्रा सामाजिक जागरूकता अभियानों में सक्रिय हैं, जिनमें बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, कन्या भ्रूण हत्या और बाल विवाह रोकने, ट्रैफिक सेफ्टी, प्लास्टिक का उपयोग बंद करने, वृक्षारोपण, जल संरक्षण और स्वच्छता मिशन शामिल हैं।

दृष्टि की विशेष उपलब्धियों में कक्षा 2 में रहते हुए 12वीं कक्षा तक के गणित की पढ़ाई पूरी करना शामिल है, जिसके लिए उनका नाम इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है। इसके साथ ही दृष्टि को कई भाषाओं जैसे अंग्रेजी, गुजराती, मराठी, और बंगाली का ज्ञान भी है।

सामाजिक कार्यों से जुड़ी काशी सेवा शोध समिति


दृष्टि, काशी सेवा शोध समिति के राष्ट्रीय सचिव डॉ. टी. पी. सिंह के साथ मिलकर समाज सेवा के कार्यों में भाग लेती हैं, जो टीवी और कुपोषण जैसी बीमारियों से पीड़ित लोगों का निशुल्क इलाज कराते हैं। इस समिति में प्रणय सिंह, नीरज पांडे, अवधेश पटेल और अश्वनी कुमार मिश्रा भी समाज सेवा में सक्रिय हैं।

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