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2024 शारदीय नवरात्र: अष्टमी और नवमी एक दिन, दिव्य संयोग पर मां महागौरी के साथ माता सिद्धिदात्री का भी पूजन

पंडित लोकनाथ शास्त्री वाराणसी: 2024 में शारदीय नवरात्र का अष्टमी और नवमी का पर्व 11 अक्टूबर को एक ही दिन मनाया जाएगा। इस दिन मां महागौरी और मां सिद्धिदात्री का पूजन विशेष रूप से किया जाएगा। इस दिन माता महागौरी और माता सिद्धिदात्री की पूजा के साथ कन्या पूजन का भी विधान रहेगा। आइए जानते हैं इन देवी रूपों के महत्त्व, पूजन विधि और उनसे जुड़ी कथाएँ। माँ महागौरी: तपस्या और शुद्धता की देवी महागौरी का पूजन और उनका स्वरूप माँ महागौरी का पूजन अष्टमी तिथि को किया जाता है।…

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रामनगर की रामलीला: मेघनादने ब्रह्मशक्ति का प्रयोग कर लक्ष्मण को किया मूर्छित, संजीवनी न पहचानने पर हनुमान पूरा पहाड़ ले आए

रामनगर, वाराणसी: रावण तो पूरी तरह अंहकार में डूबा हुआ था। इतना अहंकार कि पत्नी का कहा भी नही माना। भाई ने मना किया तो लंका से ही निकाल दिया। युद्ध टालने का श्रीराम का आखिरी प्रयास भी जब असफल रहा तो सिर्फ और सिर्फ एक ही विकल्प बचा था वह था युद्ध। तो शुरू हो ही गया वह युद्ध जो धर्म की अधर्म पर श्रेष्ठता के लिए लड़ा जाना था। वह युद्ध जो सत्य की असत्य पर विजय के लिए लड़ा जाना था। रामलीला के बाइसवें दिन श्रीराम लंका…

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शारदीय नवरात्रि का छठवां दिन: मां कात्यायनी के पूजन के लिए सुबह से लगी कतार, दर्शन करने से मनोकामनाएं होती हैं पूर्ण

वाराणसी: आज शारदीय नवरात्रि का छठवां दिन है। भक्तों का माता कात्यायनी के मंदिरों में तांता लगा हुआ है। वहीं, नवरात्र में हर जगह देवी गीत, भजन संध्या, और जागरण के आयोजन हो रहे हैं, जिससे वातावरण भक्तिमय हो गया है। भक्त पूरी श्रद्धा के साथ मां कात्यायनी का पूजन विधि-विधान से कर रहे हैं। मां कात्यायनी का पूजन और विशेष महत्व मां कात्यायनी को नवरात्रि के छठवें दिन पूजा जाता है, जो देवी दुर्गा के सौम्य रूप में जानी जाती हैं। भक्तों का मानना है कि मां के चरणों…

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CM Yogi ने ‘शक्ति के पर्व’ पर की आराधना: काशी विश्वनाथ के दर पर झुकाया शीश, विशालाक्षी मंदिर में किए दर्शन

शारदीय नवरात्रि की पंचमी तिथि पर काशी पहुंचे मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री ने कालभैरव मंदिर पहुंचकर भी की पूजा-अर्चना वाराणसी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शक्ति के पर्व नवरात्रि पर शिव की भी आराधना की। भारत सेवाश्रम संघ में मां दुर्गा की पूजा के उपरांत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काशी विश्वनाथ दरबार व काल भैरव मंदिर में भी दर्शन-पूजन किया। मुख्यमंत्री ने विशालाक्षी मंदिर में भी दर्शन किया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शारदीय नवरात्रि की पंचमी तिथि पर सोमवार को वाराणसी पहुंचे। यहां उन्होंने समीक्षा बैठक की, फिर विकास योजनाओं का…

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नवरात्रि व्रत में दोपहर में सोना: सही जानकारी यहां है, जानिए उचित या अनुचित?

वाराणसी: नवरात्रि का समय भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है, जिसमें व्रत और पूजा-अर्चना के माध्यम से देवी दुर्गा की उपासना की जाती है। इस दौरान, व्रत रखने वाले लोग अपनी दिनचर्या को धार्मिक नियमों के अनुसार ढालने का प्रयास करते हैं। एक प्रमुख सवाल जो अकसर उठता है, वह यह है कि क्या व्रत के दौरान दोपहर में सोना उचित है या अनुचित? धार्मिक दृष्टिकोण धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, नवरात्रि के व्रत को शारीरिक और मानसिक शुद्धि का समय माना जाता है। व्रत के दौरान भक्तों से अपेक्षा…

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शारदीय नवरात्र 2024: माता को लगाएं मालपुआ का भोग, जानिए धार्मिक महत्व और मान्यता

वाराणसी: नवरात्रि के दौरान देवी दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा की जाती है, और हर दिन माता को विशेष भोग अर्पित किया जाता है। इनमें से एक प्रमुख भोग है मालपुआ, जिसे देवी को अर्पित करने की विशेष मान्यता है। मालपुआ का भोग लगाने का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है, जो श्रद्धालुओं के लिए सुख-समृद्धि और कल्याण का प्रतीक माना जाता है। मालपुआ भोग का महत्व पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, देवी दुर्गा को मीठा भोजन विशेष रूप से प्रिय है। मालपुआ, जो आटे, दूध, और चीनी से बना एक…

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शारदीय नवरात्र 2024: नया वाहन खरीदने के लिए शुभ समय, जानें खास महत्व

वाराणसी: शारदीय नवरात्र के पावन पर्व पर नए वाहन की खरीदारी को बेहद शुभ माना जाता है। शारदीय नवरात्रि के नौ दिन देवी दुर्गा की आराधना और नई शुरुआत के लिए उत्तम होते हैं। ऐसा कहा जाता है कि इस दौरान की गई हर नई पहल शुभ फल देती है। चाहे वह नया घर हो, व्यापार हो या फिर नया वाहन, नवरात्र के दिनों में इनकी खरीदारी से समृद्धि और सुख की प्राप्ति होती है। नवरात्रि में वाहन खरीद का धार्मिक महत्व नवरात्रि के दिनों को विशेष रूप से देवी…

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मिलेगा विशेष आशीर्वाद: नवरात्रि के छठवें दिन माता कात्यायनी को लगाएं शहद का भोग, जानिए महत्व

वाराणसी: नवरात्रि के छठे दिन माता कात्यायनी की पूजा की जाती है, जिन्हें शक्ति और साहस का प्रतीक माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन माता को शहद का भोग अर्पित करने से विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। माता कात्यायनी का यह स्वरूप अत्यंत सौम्य और करुणामयी है, और उनकी पूजा से भक्तों के समस्त पापों का नाश होता है। शहद का भोग और इसका महत्व माता कात्यायनी को शहद अत्यंत प्रिय है। शहद अर्पित करने से जीवन में मिठास और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। यह भोग समर्पण…

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कालरात्रि माता: नवरात्रि के सातवें दिन देवी के भयंकर रूप की पूजा का महत्व, इस पुष्प को अर्पित करें

पंडित लोकनाथ शास्त्री वाराणसी: देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों में से कालरात्रि माता का स्थान सातवां है, जिन्हें नवरात्र के सातवें दिन श्रद्धापूर्वक पूजा जाता है। कालरात्रि का यह नाम उनके भयंकर स्वरूप से उत्पन्न हुआ है, जिसमें उनका वर्ण काजल के समान काला है। पुराणों के अनुसार, शुंभ-निशुंभ और उसकी सेना को देखकर देवी के क्रोध में आने पर उनका श्यामल स्वरूप प्रकट हुआ, जिससे देवी कालरात्रि का उदय हुआ। माता कालरात्रि का स्वरूप और शक्ति पुराणों में देवी कालरात्रि को चार भुजाओं वाला बताया गया है। उनकी दाहिनी…

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रामनगर की रामलीला: श्रीराम ने जामवंत की सलाह पर युद्ध टालने अंगद को लंका भेजा, रावण का मानमर्दन

रामनगर, वाराणसी: रामजी की वानरी सेना कहने को वानरों की थी। इसमें एक से बढ़कर एक शूरवीर थे। हनुमान ने तो पहले ही अपनी वीरता से लंका के नाक में दम कर तिगनी का नाच नचा दिया था। आज जब अंगद की बारी आई तो उन्होंने तो रावण के हर छोटे बड़े शूरमा को लज्जित तो किया ही रावण का भी मानमर्दन कर दिया। रामलीला के इक्कीसवें दिन अंगद विस्तार की लीला हुई। जब समुद्र पार करके राम की सेना लंका में प्रवेश की तो जामवंत की सलाह पर युद्ध…

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