अपराध उत्तर प्रदेश ऑन द स्पॉट पूर्वांचल वाराणसी 

वाराणसी में फर्जी CID इंस्पेक्टर बनकर बुजुर्गों से ठगी: लो प्रोफाइल की हाई शातिर जोड़ी गिरफ्तार, कैश और गहने बरामद

वाराणसी: शहर में बुजुर्ग दर्शनार्थियों को निशाना बनाकर फर्जी CID इंस्पेक्टर बनने वाले शातिर अपराधियों की जोड़ी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह गैंग, जिसमें एक रिक्शा चालक और दूसरा उसका साथी शामिल था, बुजुर्गों को ठगने की घटनाओं में लिप्त था। पुलिस ने इस गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 3845 रुपये नकद और चोरी किए गए दो कान के टप्स बरामद किए हैं।

गिरफ्तारी वाराणसी के गोलघर के पास गौशाला के नजदीक बने सार्वजनिक शौचालय से की गई। आरोपियों के खिलाफ थाना कोतवाली में मामला दर्ज है।

कैसे दिया जाता था घटना को अंजाम

यह गिरोह रिक्शे पर अकेले सवार बुजुर्गों को निशाना बनाता था। पहले पैडल रिक्शा चालक बुजुर्ग को अकेले बैठाकर कुछ दूर ले जाता, फिर उसका साथी रास्ते में CID इंस्पेक्टर बनकर आता था। रिक्शा चालक बुजुर्ग से कहता, “आगे CID की चेकिंग हो रही है, सारा सामान एक जगह कर लीजिए।” इसके बाद फर्जी CID इंस्पेक्टर उनके पास पहुंचकर तलाशी के बहाने उनके पैसे और कीमती सामान लेकर भाग जाता था।

इस तरह की एक घटना 23 सितंबर 2024 को मैदागिन में हुई थी, जहां बुजुर्ग महिला से 5000 रुपये, एक मोबाइल फोन और आधार कार्ड ठग लिए गए थे। इसके अलावा, चेतगंज क्षेत्र से एक और महिला से कान के टप्स ठगे गए थे।

अपराधियों की गिरफ्तारी

पुलिस की सतर्कता और उच्च अधिकारियों के निर्देशन में कोतवाली पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई की। दोनों शातिर अपराधी, डोमन (49) और बिल्लू (48), को 24 सितंबर 2024 को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में दोनों ने कई घटनाओं में शामिल होने की बात कबूली।

बरामदगी और कानूनी कार्रवाई

गिरफ्तार अपराधियों के पास से 3845 रुपये नकद, दो कान के टप्स और घटना में इस्तेमाल किया गया पैडल रिक्शा बरामद किया गया है। इनके खिलाफ धारा 319(2) और 317(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने अन्य मामलों में इनकी संलिप्तता की जांच शुरू कर दी है।

पुलिस की अपील

पुलिस ने जनता से अपील की है कि ऐसे किसी भी व्यक्ति से सावधान रहें, जो खुद को पुलिस या किसी अन्य सरकारी अधिकारी के रूप में प्रस्तुत करता है। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना नजदीकी थाने में दें।

Related posts