काशी हिन्दू विश्वविद्यालय: विदुषी प्रेमलता शर्मा व्याख्यान श्रृंखला का उद्घाटन
वाराणसी: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के संगीत एवं मंचकला संकाय के कौस्तुभ जयन्ती समारोह वर्ष के अंतर्गत, संगीतशास्त्र विभाग द्वारा विदुषी प्रेमलता शर्मा व्याख्यान श्रृंखला का उद्घाटन किया गया। इस श्रृंखला का पहला व्याख्यान 24 सितंबर 2024 को वाराणसी के पंडित ओंकारनाथ ठाकुर सभागृह में हुआ, जिसमें देश के प्रसिद्ध संगीतशास्त्री डॉ. आदिनाथ उपाध्याय ने महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत किए।
डॉ. उपाध्याय ने संगीत में शास्त्र पक्ष की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए पंडित ओंकारनाथ ठाकुर जी की शिष्या विदुषी प्रेमलता शर्मा जी के जीवन से जुड़े कई रोचक प्रसंग साझा किए। उन्होंने उदाहरणों के माध्यम से समझाया कि संगीत के प्रयोग के विषय में विचार करना और लिखना भी संगीतशास्त्र का एक हिस्सा है।
इस अवसर पर डॉ. उपाध्याय ने एक दिलचस्प घटना भी सुनाई, जब प्रख्यात कथक गुरु पंडित बिरजू महाराज ट्रेन में यात्रा के दौरान उनके साथ थे। उन्होंने संगीत रत्नाकर के नर्तन अध्याय पर चर्चा की, जिसमें पंडित बिरजू महाराज ने स्वीकार किया कि संगीत के शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए संगीत शास्त्र का अध्ययन अत्यंत आवश्यक है।
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती, पंडित मदन मोहन मालवीय और पंडित ओंकारनाथ ठाकुर की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण के साथ हुई। संकाय प्रमुख प्रो. संगीता पंडित ने स्वागत वक्तव्य प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम के दौरान, 83 वर्षीय डॉ. आदिनाथ उपाध्याय को उनके संगीत के क्षेत्र में योगदान के लिए “कौस्तुभ कला रत्न सम्मान” से सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम का संचालन कृष्ण कुमार उपाध्याय ने किया।